नई दिल्ली। संसद की विशेषाधिकार समिति ने कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी का लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए इस्तेमाल शब्दों के कारण किए गए निलंबन को रद्द कर दिया है।
विशेषाधिकार समिति ने बुधवार को चौधरी का निलंबन रद्द करने का प्रस्ताव कर उसे तत्काल मंजूरी प्रदान कर दी। सूत्रों के अनुसार चौधरी ने समिति के सामने हाजिर होकर बताया कि उनका मकसद किसी की भावना को ठेस पहुंचाना नहीं था।
गौरतलब है कि मानसून सत्र में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर 10 अगस्त को लोकसभा में चर्चा में हिस्सा लेते हुए चौधरी ने कहा था कि मणिपुर और हस्तिनापुर में कोई फर्क नहीं है। प्रधानमंत्री मणिपुर की हिंसा को लेकर नीरव मोदी बनकर चुप्पी साधे हैं।
चौधरी को इस टिप्पणी के कारण उसी दिन निलंबित किया गया था और मामला संसद की विशेषाधिकार समिति को सौंपा गया जहां आज वह पेश हुए और समिति ने चौधरी का पक्ष सुनकर उनका निलंबन रद्द कर दिया।
सूत्रों के अनुसार चौधरी ने समिति के सामने बताया कि नीरव का मतलब शांत रहना होता है और उन्होंने सदन में भी कहा था कि नीरव का मतलब शांत रहना होता है। संसदीय कार्य मंत्री के प्रस्ताव के तहत लोकसभा अध्यक्ष ने उन्हें 10 अगस्त को निलंबित कर दिया था।