नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह द्वारा द्वितीय सरसंघचालक माधव सदाशिव गोळवलकर ‘गुरूजी’ के कथित बयान को सोशल मीडिया पर साझा किए जाने पर गहरी आपत्ति व्यक्त करते हुए आज कहा कि कांग्रेस नेता झूठ के सहारे सामाजिक विद्वेष फैलाने की कोशिश कर रहे हैं।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने दिग्विजय सिंह के ट्वीट का जवाब देते हुए ट्विटर पर उन्हें संबोधित करते हुए लिखा कि गोलवलकर गुरूजी के संदर्भ में यह ट्वीट तथ्यहीन है तथा सामाजिक विद्वेष उत्पन्न करने वाला है। संघ की छवि धूमिल करने के उद्देश्य से यह झूठा फोटोशॉप करके चित्र लगाया हैं। गुरूजी ने कभी भी ऐसे नहीं कहा। उनका पूरा जीवन सामाजिक भेदभाव को समाप्त करने में लगा रहा।
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री सिंह ने ट्विटर पर एक कथित अखबारी कतरन को साझा करते हुए लिखा कि गुरु गोलवलकर जी के दलितों पिछड़ों और मुसलमानों के लिए व राष्ट्रीय जल जंगल व ज़मीन पर अधिकार पर क्या विचार थे अवश्य जानिए।
कथित अखबारी कतरन में गुरु गोलवलकर को उद्धृत करते हुए छापा गया है -मैं सारी जिन्दगी अंग्रेज़ों की गुलामी करने के लिए तैयार हूं लेकिन जो दलितों, पिछड़ों और मुसलमानों को बराबरी का अधिकार देती हो, ऐसी आजादी मुझे नहीं चाहिए। दिग्विजय सिंह के इस ट्वीट पर आम लोगों ने भी कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की और उनके ट्वीट को उनकी गरिमा और राजनीतिक हैसियत के प्रतिकूल करार दिया है।