नई दिल्ली/अयोध्या। कांग्रेस ने बुधवार को कहा कि पार्टी नेतृत्व को अयोध्या में राम मंदिर उद्घाटन समारोह में हिस्सा लेने का आमंत्रण मिला है लेकिन यह आयोजन भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ कर रहा है इसलिए पार्टी नेताओं ने इस कार्यक्रम में नहीं जाने का निर्णय लिया है।
कांग्रेस संचार विभाग के प्रभारी जयराम रमेश ने एक बयान में कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, संसदीय दल की नेता सोनिया गांधी और लोकसभा में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी को अयोध्या में राम मंदिर उद्घाटन का निमंत्रण मिला। भगवान राम की पूजा-अर्चना करोड़ों भारतीय करते हैं। धर्म मनुष्य का व्यक्तिगत विषय होता आया है लेकिन भाजपा और आरएसएस ने वर्षों से अयोध्या में राम मंदिर को एक राजनीतिक परियोजना बना दिया है और एक अर्द्धनिर्मित मंदिर का उद्घाटन केवल चुनावी लाभ उठाने के लिए ही किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2019 के उच्चतम न्यायालय के निर्णय को स्वीकार करते हुए और लोगों की आस्था के सम्मान में खडगे, सोनिया गांधी और अधीर रंजन ने भाजपा और आरएसएस के इस आयोजन के निमंत्रण को ससम्मान अस्वीकार करते हैं।
हर स्थान पर वोट बैंक तलाशती है कांग्रेस : विहिप
अयोध्या में 22 जनवरी को प्रस्तावित प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल न होने के कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के फैसले की भर्त्सना करते हुए विश्व हिन्दू परिषद ने कहा कि कांग्रेस के नेताओं को हमेशा से ही वोट बैंक की चिंता लगी रहती है।
विहिप नेता शरद शर्मा ने बुधवार को यहां विहिप मुख्यालय कारसेवकपुरम् में कहा कि भगवान जिसे बुलाएंगे वही दर्शन प्राप्त करेगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सोच सदैव राजनीति से प्रेरित रही है, वह हर जगह वोट बैंंक तलाशती है।
उन्होंने बताया कि पूर्व में भी सोमनाथ मंदिर की मुक्ति और प्राणप्रतिष्ठा के दौरान इनके पूर्वज पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने भी इसका विरोध किया था जबकि लौहपुरुष सरदार पटेल ने और देश के प्रथम राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद बाबू के सांनिध्य में सोमनाथ मंदिर की आधारशिला रखी गई थी।
शर्मा ने कहा कि हर जगह वोट की तलाश हास्यास्पद है। वैसे भी इनके लिए संत तुलसी दास जी ने सटीक कहा है, जाको प्रभु दारुण दु:ख देई। ताकि मति पहले हर लेई।। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम लला के प्राण प्रतिष्ठा में श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने सभी को भक्त मानकर आमंत्रित किया है। अब आप की भावना उनके दर्शन के प्रति क्या है यह तो प्रभु ही जाने। उन्होंने कहा किजाकि रही भावना जैसी। प्रभु मूरत देखी तिन तैसी।। वैसे भी कांग्रेस के दिन ठीक नहीं चल रहे हैं।