नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बुधवार को मोदी सरकार पर मनरेगा योजना में कटौती करने का आरोप लगाते हुए उस पर निशाना साधा और कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशली गठबंधन सरकार ने 18 साल पहले यह योजना लागू की थी और इसका फायदा दूर दराज के ग्रामीण क्षेत्र के करोड़ों लोगों को आज भी मिल रहा है।
खड़गे ने कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली संप्रग सरकार ने देश के करोड़ों लोगों को ‘काम का अधिकार’ सुनिश्चित करने के लिए वर्ष 2005 में आज के दिन मनरेगा लागू किया था। इस योजना के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं के साथ ही करीब साढे़ 14 करोड़ श्रमिकों को इसका सीधा लाभ मिल रहा है लेकिन मोदी सरकार ने इसमें भी कटौती की है।
उन्होंने कहा कि भले ही मोदी सरकार ने इस साल मनरेगा के बजट में 33 प्रतिशत की कटौती की है और 18 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों पर मनरेगा मजदूरी का 6,366 करोड़ रुपए बकाया है फिर भी, कांग्रेस पार्टी द्वारा शुरू किया गया यह प्रमुख कार्यक्रम अभी भी 14.42 करोड़ सक्रिय श्रमिकों का समर्थन करता है जो आधे से अधिक है। वे महिलाएं हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान लॉकडाउन के समय मनरेगा एक जीवनरक्षक था और इसने करोड़ों श्रमिकों के लिए सुरक्षा जाल के रूप में काम किया जिससे महामारी के दौरान उनकी आय में हुई कमी की 80 प्रतिशत तक पूर्ति की।
कांग्रेस ने भी अपने ट्विटर हैंडल पर कहा कि आज ही के दिन डॉ. मनमोहन सिंह के नेतृत्व में मनरेगा पारित किया गया था। तब से लाखों लोगों को आजीविका सुरक्षा प्रदान करते हुए, मनरेगा ने महामारी के दौरान 80 प्रतिशत तक आय हानि की भरपाई की और लोगों को कठिन समय में अपनी आजीविका बनाए रखने में मदद करने में सकारात्मक भूमिका निभाई।