जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर में बुधवार को कांग्रेस ने नेशनल हेराल्ड मामले में यूपीए चेयरपरसन सोनिया गांधी एवं लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी तथा अन्य कांग्रेस नेताओं के विरुद्ध आरोप पत्र प्रस्तुत किए जाने पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के नेतृत्व में जयपुर स्थित ईडी कार्यालय के बाहर यह विरोध-प्रदर्शन किया गया। जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली सहित कांग्रेस पार्टी के विधायक, विधायक प्रत्याशी सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं कार्यकर्ता शामिल थे।
इस अवसर पर कांग्रेसजनों को सम्बोधित करते हुए डोटासरा ने कहा कि जब से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सत्ता संभाली है तब से कांग्रेस मुक्त भारत बनाने की बात कही जा रही है लेकिन कांग्रेस मुक्त भारत तो नहीं बना सके, इसलिये कांग्रेस के नेताओं के विरूद्ध संवैधानिक संस्थाओं का दुरूपयोग कर झूठे मुकद्में दर्ज किए जा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि देश में विकास कार्यों, वादों, योजनाओं के बारे में प्रश्र करने पर या देश में भाजपा द्वारा समाज को बांटने के लिए नफरत फैलाने पर प्रश्र किया जाए तो केन्द्र की भाजपा सरकार उस नेता के विरूद्ध झूठे मुकद्में दर्ज करने का कार्य करती है।
इस मौके गहलोत ने कहा कि जिस प्रकार से कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के विरूद्ध संवैधानिक संस्थाओं का दुरूपयोग कर चार्ज शीट पेश की गई है, उससे भाजपा की जो मंशा है वह स्पष्ट होती है कि इनके इरादे खतरनाक है। उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग देश को किस दिशा में ले जा रहे हैं कोई नहीं जानता है। उन्होंने कहा कि ऐसे हालात देश में बन चुके हैं जिसे सभी को समझना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि कल प्रदेश में पूर्व मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास के यहां पर ईडी ने छापा डाला, दिल्ली में रोबर्ट वाड्रा को पूछताछ के लिये बुला लिया और सोनिया गांधी एवं राहुल गांधी के विरूद्ध चुपचाप चार्ज शीट पेश कर दी गई।
उन्होंने कहा कि ईडी में शिकायत दर्ज की, जांच की और यह सामने आ गया कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी के विरूद्ध कोई साक्ष्य नहीं है, उसके बावजूद इस तरह की कार्यवाही केन्द्र सरकार द्वारा की जा रही है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार के इस षडय़ंत्र के विरूद्ध आज लोग धरना देकर बैठे हैं। उन्होंने कहा कि जो नई कम्पनी बनी है वह भी नान प्रोफिट कम्पनी है, इसमें लाभ प्राप्त नहीं किया जा सकता और पैसे का तो कोई लेन-देन भी नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि ऐसे में ईडी ने कार्यवाही कर दी और 660 करोड़ रूपए की सम्पत्ति को अटैच कर लिया।
गहलोत ने कहा कि चुनाव से पहले एआईसीसी के खाते अटैच कर लिए गए थे जबकि कांग्रेस एक मुख्य विपक्षी दल जिसने देश को आजाद कराया था ताकि चुनाव ना लड़ सके। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार का आचरण उचित नहीं है और लोकतांत्रिक मूल्यों और लोकतंत्र के सिद्धांतों के विपरीत है।
जूली ने कहा कि जिस प्रकार से कांग्रेस ने आजादी की लड़ाई लड़ी थी, उन्हें उसी प्रकार अब फासीवाद केन्द्र सरकार के विरूद्ध लड़ाई लडऩी पड़ेगी क्योंकि जो लोग आज सत्ता में बैठे हैं, संवैधानिक संस्थाओं का दुरूपयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन एजेन्सियों में बैठे हुये सरकारी अधिकारी और कर्मचारी ऐसा व्यवहार कर रहे है कि मानो तनख्वाह सरकार से नहीं भाजपा से मिल रही है। उन्होंने कहा कि आज यह हालात हैं कि 193 नेताओं पर ईडी ने कार्यवाही की, वे सभी विपक्षी दलों के नेता है और मात्र दो के विरूद्ध मामला चला। उन्होंने कहा कि ईडी कार्यवाही के बाद जो लोग भाजपा में चले गये, उन्हें वाशिंग मशीन में धोकर पाक-साफ घोषित कर दिया गया।
राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं मीडिया प्रभारी स्वर्णिम चतुर्वेदी ने बताया कि डोटासरा के निर्देशानुसार ईडी द्वारा की गई कार्यवाही के विरोध में गुरुवार को सभी जिला कांग्रेस कमेटियों द्वारा जिला मुख्यालयों पर विरोध-प्रदर्शन किया जाएगा तथा 18 अप्रैल को ब्लॉक कांग्रेस कमेटियों द्वारा विरोध-प्रदर्शन होगा।