जयपुर। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एवं कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर के बयान पर पलटवार करते हुए कहा हैं कांग्रेस सैम पित्रोदा और मणिशंकर अय्यर जैसे लोगों को अपने विभाजनकारी एजेंडे के लिए काम में लेती हैं वहीं गहलोत घर के झगड़े का गुस्सा भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बारे में अनर्गल बयान देकर उतार रहे हैं।
तिवाड़ी शनिवार को यहां भाजपा प्रदेश कार्यालय में मीडिया से बातचीत में यह बात कही। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपने वोट बैंक को मजबूत करने के लिए खास रणनीति के तहत अय्यर और पित्रोदा जैसे लोगों को अपना प्रमुख प्रवक्ता बनाया। ये प्रवक्ता भारत को तोड़ने और कमजोर करने वाले बयान देते हैं वहीं दूसरी और पाकिस्तान को मजबूत राष्ट्र बताकर भारत को ही धमकाने का काम करते हैं। इन प्रवक्ताओं का मकसद विभाजनकारी ताकतों को प्रोत्साहित करके वोट बंटोरना है।
उन्होंने कहा कि इन नेताओं की मदद से कांग्रेस पाकिस्तान को मजबूत बताकर देश में अल्पसंख्यक वोट बैंक को मजबूत करती है। ये सब एक दिन में अचानक नहीं होता बल्कि ये एक सोची समझी रणनीति के तहत किया जाता है। इसके बाद जैसे ही इन बयानों पर देश में विरोध होता है तो कांग्रेस खुद को इन बयानों से दूर रखकर किनारा कर लेती है। इन दोनों नेताओं का वक्तव्य कांग्रेस पार्टी की वास्तविकता का प्रदर्शन करते हैं।
उन्होंने कहा कि गहलोत ने आरएसएस को लेकर जो व्यक्तव्य दिया वह उनकी हताशा और खुन्नस से ज्यादा कुछ भी नहीं है। आरएसएस देश में लोकमत परिष्कार का काम कर रही है और निःस्वार्थ भाव से किया गया यह काम अपने आप में बड़ा काम है। तिवाड़ी ने कहा कि गहलोत की यह खीज और हताशा साफ दर्शाती है कि उनका बेटा वैभव गहलोत चुनाव हार रहा है वहीं दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी ने गहलोत को सम्मान नहीं दिया। जब वह रायबरेली कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नामांकन में जा रहे थे तो कांग्रेस ने उन्हें वापस बुलाकर अमेठी भेज दिया। खुद के घर के झगड़े का गुस्सा भाजपा और आरएसएस के बारे में अनर्गल बयान देकर उतार रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मोदी की गारंटी केवल एक व्यक्ति की गारंटी नहीं है बल्कि भाजपा के एक सामान्य कार्यकर्ता की गारंटी है। आज बूथ मैनेजमेंट के मामले में भाजपा को कोई सानी नहीं है। कांग्रेस पार्टी के लोगों ने पहले राउंड में अपनी पराजय पहले ही मान ली थी, इसलिए कांग्रेस पार्टी के लोग मतदान करने नहीं आए। कांग्रेस के पोलिंग बूथ खाली रहे, और भाजपा के प्रत्येक बूथ पर पूरा मतदान हुआ। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि चुनाव परिणाम आने पर तस्वीर साफ होगी और यह स्पष्ट है कि नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा प्रचंड बहुमत से सत्ता में आएगी वहीं कांग्रेस पार्टी को लोकसभा में मान्यता प्राप्त विपक्षी दल जितनी सीटें भी नहीं मिलेंगी।