जयपुर। राजस्थान में रामनगरिया थाना क्षेत्र में पुलिस ने बैंकों में फर्जी खाते खुलवा कर साइबर ठगी, ऑनलाइन गेमिंग एवं सट्टे की अवैध रकम का लेनदेन करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए दो मुख्य आरोपियों सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (अपराध) दिनेश एमएन ने शनिवार को बताया कि पुलिस ने फर्जी बैंक खातों के डेबिट एवं क्रेडिट कार्ड एवं चैक बुक एवं पासबुक का संचालन करने वाले गिरोह के मुखिया योगी कृष्ण सोनी (34), संदीप बागड़ा (30) के साथ फर्जी बैंक खाता खोलने वाले आरोपी भाई राजेंद्र कुमार मीणा (34), सुरेश कुमार मीणा (32) एवं इनके खाते संभालने वाले आरोपी लक्ष्य जैन (22), को गिरफ्तार किया है। सभी जयपुर के ही हैं।
उन्होंने बताया कि कांस्टेबल गंगाराम को सूचना मिली कि जगतपुरा स्थित रॉयल प्लेटेनियम अपार्टमेंट के फ्लैट में युवक फर्जी तरीके से बैंक खाता खोलकर उन्हें कमीशन के बदले साइबर ठगों को उपलब्ध करा रहे हैं। तब पुलिस बल ने दबिश देकर आरोपी राजेंद्र कुमार मीना एवं सुरेश कुमार मीणा को दबोंच लिय। वहां से 18 बैंक खातों के आवेदन फॉर्म, पांच चेक बुक, दो बायोमैट्रिक मशीन, चार ओटीजी, 34 सिम, सात आधार कार्ड एवं 32 क्रेडिट एवं डेबिट कार्ड बरामद किए।
प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी राजेंद्र एवं सुरेश ने बताया कि पहले उनकी जानकारी योगी कृष्ण सोनी से हुई थी जो फर्जी बैंक अकाउंट खोलने के बदले पांच हजार रुपये दिया करता था। जिसमें से तीन हजार अपने पास रखकर बाकी दो हजार रुपए वे खाता धारक को दे देते। इसके बाद उनकी जानकारी संदीप बागड़ा उर्फ सेंडी से हुई जो एक बैंक खाते के 20 हजार रुपए तक देता था।
उन्होंने बताया कि प्रारंभ में इन्होंने अपनी पत्नी, यार-दोस्तों एवं रिश्तेदारों के फर्जी अकाउंट खोले। उसके बाद गरीब तबके के व्यक्तियों को पैसों का लालच देकर विभिन्न बैंकों में उनके अकाउंट खुलवाए। फर्जी एकाउंट खोलते समय बैंक खाते में मोबाइल नंबर और पता योगी कृष्ण सोनी और संदीप बागड़ा का होता। इस वजह से एटीएम चैक बुक पासबुक की डिलीवरी इनके बताए पते पर ही होती।
उपलब्ध कराए गए बैंक खातों तथा उन बैंक खातों में लेनदेन का रिकॉर्ड लक्ष्य जैन किया करता है। पुलिस ने आरोपी लक्ष्य जैन को उसके घर पर दबिश देकर गिरफ्तार कर लिया। लक्ष्य के घर मिले लैपटॉप में 733 फर्जी बैंक खातों का विवरण प्राप्त हुआ। बाद में मुख्य दोनों आरोपी योगी कृष्ण सोनी एवं संदीप बागड़ा उर्फ सैंडी को भी गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों मुख्य आरोपी अन्य शहरों में भी कमीशन के बदले बैंक खाता उपलब्ध करवाने वालों के सम्पर्क में है, जिसकी जांच की जा रही है।