नागपुर। महाराष्ट्र के नागपुर में एक बालिका के साथ अमानवीय व्यवहार किये जाने का मामला सामने आया है।
सूत्रों ने गुरुवार को बताया कि चार दिन पहले बालिका (7) को घर के बाथरूम में बंद करके एक दंपति बेंगलूरु चला गया और खाने के लिए कुछ ब्रेड के पैकेट रख दिए थे। घटना का पता बुधवार दोपहर को तब चला, जब एमईसीबी के कुछ कर्मचारी फ्लैट का बिजली बिल नहीं चुकाने के कारण बिजली कनेक्शन काटने आए थे।
उन्होंने खिड़की से एक बालिका को हाथ फैलाए मदद मांगते हुए देखा। कर्मचारियों ने पड़ोसियों को इसकी जानकारी दी। पड़ोसियों ने फ्लैट का ताला तोड़कर बालिका को बाहर निकाला। उन्होंने बताया कि पिपला फाटा-बेसा रोड पर अथर्व नगर में स्थित यह फ्लैट दुबई में रहने वाले एक व्यक्ति के नाम पर है। इसमें एक दंपती किराए पर रहता है और वह अपने घर के कामकाज के लिए पंजाब से सात साल की किशोरी को लेकर आए हैं। किशोरी घर का सारा काम करती है। दंपती अक्सर किशोरी के साथ मारपीट करते थे।
पड़ोसी ने किशोरी के छाती, पीठ और प्राइवेट पार्ट्स पर सिगरेट से जलने के निशान देखे। उन्होंने जब किशोरी से पूछा तब उसने बताया कि उसे कार में बिठाकर नागपुर लाया गया। उसके माता-पिता पंजाब में रहते हैं। हुडकेश्वर पुलिस ने किशोरी को हिरासत में ले लिया है और उसे यहां सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (जीएमसीएच) में भर्ती कराया। सूत्रों ने बताया कि अभी तक इस मामले में कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है।