उज्जैन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्यप्रदेश के उज्जैन में स्थापित जिस विक्रमादित्य वैदिक घड़ी का वर्चुअल लोकार्पण किया था, उस पर साइबर अटैक हुआ है।
दरअसल महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ, संस्कृति विभाग, मध्यप्रदेश शासन द्वारा आज इसका पूर्व घोषित ‘विक्रमादित्य वैदिक घड़ी’ नाम से फ्री मोबाइल ऐप जारी किया जाना था। इस वैदिक घड़ी को निर्मित करने वाले आरोह श्रीवास्तव का कहना है कि इस हमले को तकनीकी भाषा में डीडीओएस अटैक कहा जाता है, जिससे विक्रमादित्य वैदिक घड़ी के सर्वर की प्रोसेस धीमी हो रही है और आम लोग इसका उपयोग नहीं कर पा रहे है। आरोह ने इस अटैक की साइबर पुलिस में शिकायत दर्ज करने के लिए संस्थान प्रमुख से कहा है।
आरोह के अनुसार इंटरनेट और जीपीएस से जुड़ी होने के कारण दुनिया में कहीं भी इसका उपयोग किया जा सकता है। यह दुनिया की पहली ऐसी डिजिटल वैदिक घड़ी है जो इंडियन स्टैंडर्ड टाइम भारतीय पंचांग और मुहूर्त की जानकारी देती है। इसको मोबाइल और टीवी पर भी सेट किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि विक्रमादित्य वैदिक घड़ी का ऐप हिंदी, अंग्रेजी अन्य भारतीय व विदेशी भाषाओं में तैयार किया जा रहा है।
महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ निदेशक श्रीराम तिवारी ने बताया कि विक्रमादित्य वैदिक घड़ी के ऐप पर जो साइबर अटैक हुआ है उस संबंध में हम साइबर सेल में शिकायत दर्ज करवा रहे हैं।