श्रीनगर। नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने सोमवार को कहा कि चुनाव कराना एक चुनौती थी और जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा बहाल करना उनके लिए एक और चुनौती है।
पार्टी की ओर से जारी बयान में कहा गया कि मुख्यमंत्री पद के लिए नामित उमर ने सोमवार को गुपकार स्थित अपने आवास पर पार्टी के प्रतिनिधिमंडल के समक्ष यह खुलासा किया।
उमर ने कार्यकर्ताओं से कहा कि हमारा संघर्ष लंबा है, चुनाव कराना हमारे लिए एक चुनौती थी और फिर इसमें सफलता हासिल करना भी एक बड़ी चुनौती थी।
गौरतलब है कि आज जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रपति शासन समाप्त हो गया है, इसलिए नेका उपाध्यक्ष बुधवार को केंद्र शासित प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं।
उमर ने कहा कि हमारे सामने जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा बहाल कराने और फिर यहां के लोगों के संवैधानिक और लोकतांत्रिक अधिकारों को बहाल करने की चुनौतियां बनी हुई हैं।
नेकां उपाध्यक्ष ने पार्टी से जुड़े नेताओं, पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से जमीनी स्तर पर लोगों से नजदीकी संपर्क बनाए रखने और हर स्तर पर लोगों की समस्याओं को उजागर करने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि हमारी सफलता लोगों के बहुमूल्य वोटों से सुनिश्चित हुई है और लोगों को राहत पहुंचाना हमारी पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। नेकां ने अगले पांच साल के लिए कार्ययोजना तैयार की है और जनता के सामने एक संगठित घोषणापत्र रखा है और हम इसके प्रति जागरूकता लाने की पूरी कोशिश करेंगे।
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