आचार्य भद्रसेन स्मृति वाद विवाद प्रतियोगिता के विजेता प्रतिभागी पुरस्कृत

अजमेर। वैदिक विद्वान एवं लेखक स्व. आचार्य भद्रसेन की पुण्यतिथि पर हर साल की तरह इस वर्ष भी सोमवार सुबह 10 बजे रेड क्रॉस सोसायटी भवन में वाद विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।

दीप प्रज्जवलन के बाद कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रेडक्रॉस सोसायटी के चेयरमैन हरीनारायण सोमानी ने कहा की आचार्य भद्रसेन विद्वान एवं उच्च स्तरीय लेखक थे। वे सदैव समाज हित की बात करते हुए जीवन के अंतिम समय तक समाज सुधार में लगे रहे। ऐसे विद्वान को याद कर हम उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं।

रेडक्रॉस सोसायटी के सेक्रेटरी भगवान सिंह ने वाद विवाद प्रतियोगिता के सन्दर्भ में कहा कि समय गतिशील है। मानव का स्वभाव परिवर्तन भाव का बना रहता है। वह नित नए प्रयोग करता रहता है, परन्तु हमें आधुनिकता को अपनाते हुए अपने आदर्श एवं सभ्यता संस्कृति को नहीं भूलना चाहिए। वरन उससे शिक्षा लेकर नवनिर्माण की ओर अग्रसर होना चाहिए। उन्होंने विद्यार्थियों को सीख देते हुए कहा कि निर्माणों के पावन युग में हम चरित्र निर्माण ना भूलें, स्वार्थ साधना की आंधी में वसूधा का कल्याण ना भूलें।

ऑप्टिमिस्टिक आउटरीच ट्रस्ट के प्रबंधक अनुपम गोयल ने बताया कि आज का आयोजन ऑप्टिमिस्टिक आउटलेट ट्रस्ट, स्पॉटी बाइट एवं आचार्य भद्रसेन चेरिटेबल न्यास अजमेर के सयुंक्त तत्वावधान में एआई का उपयोग भविष्य के लिए खतरा है विषय पर वाद विवाद प्रतियोगिता आयोजित की गई।

अजमेर के स्कूल स्तरीय छात्र छात्राओं ने पक्ष व विपक्ष में विषय का सटीक विश्लेषण कर विचार व्यक्त किए। विद्यालय स्तरीय इस प्रतियोगिता मे कक्षा 6 से कक्षा 12 तक के विद्यार्थियों ने भाग लिया। प्रतियोगिता में सेन्ट्रल ऐकडमी, माहेश्वरी इंटरनेशनल, मथुरा प्रसाद गुलाब देवी, रामेश्वर विद्यापीठ, मैस्काट स्कूल, रायल बालाजी स्कूल सहित अजमेर के 12 विद्यालयों के के 24 विद्यार्थियों ने भाग लिया।

न्यास अध्यक्ष व प्रतियोगिता के संयोजक सोमरत्न आर्य ने बताया की प्रतियोगिता मे दीक्षांशी सिंगल माहेश्वरी इंटरनेशनल स्कूल ने प्रथम, मेघा सोनी सेंट्रल एकेडमी ने द्वितीय व प्रांजल शर्मा मैस्कॉट स्कूल ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।

विजेताओं को प्रथम पुरस्कार 1500 रुपए, द्वीतिय पुरस्कार 1100 रुपए एवं तृतीय पुरस्कार 750 रुपए नकद के साथ शील्ड देकर पुरस्कृत किया गया। पायल गुप्ता व प्रदीप गुप्ता ने निर्णायक की भूमिका निभाई। संचालन ब्रिजेश माथुर ने किया। अनुपम गोयल ने धन्यवाद ज्ञापित किया। स्कोरर की भूमिका प्रिंस टांक ने निभाई।