नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन के घटनाक्रम के बीच हिंसा में हिंदू, बौद्ध एवं अन्य अल्पसंख्यक समुदायों पर होने वाले हमलों और अपराध की कड़ी निंदा की तथा बांग्लादेश की अंतरिम सरकार से ऐसी घटनाओं पर सख्ती से रोक लगाने की मांग की है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह ने बांग्लादेश की परिस्थिति पर शुक्रवार को एक वक्तव्य जारी करके कहा कि विगत कुछ दिनों से बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन के आंदोलन के दौरान हिंदू, बौद्ध तथा वहां के अन्य अल्पसंख्यक समुदायों के साथ हो रही हिंसा की घटनाओं पर आरएसएस गंभीर चिंता व्यक्त करता है। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में हिंदू तथा अन्य अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों की लक्षित हत्या, लूटपाट, आगज़नी, महिलाओं के साथ जघन्य अपराध तथा मंदिर जैसे श्रद्धास्थानों पर हमले जैसी क्रूरता असहनीय है, तथा संघ इसकी घोर निंदा करता है।
उन्होंने कहा कि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार से अपेक्षा है कि वह तुरंत सख़्ती से ऐसी घटनाओं पर रोक लगाये और पीड़ितों के जान, माल एवं मान के रक्षा की समुचित व्यवस्था करे। इस गंभीर समय में विश्व समुदाय तथा भारत के सभी राजनीतिक दलों से भी अनुरोध है कि बंगलादेश में प्रताड़ना के शिकार बने हिंदू, बौद्ध इत्यादि समुदायों के साथ एकजुट होकर खड़े हों।
सरकार्यवाह ने कहा कि बांग्लादेश की परिस्थिति में एक पड़ोसी मित्र देश के नाते सुयोग्य भूमिका निभाने का प्रयास कर रही केंद्र सरकार से संघ आग्रह करता है कि बांग्लादेश में हिंदू, बौद्ध आदि लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु हरसंभव प्रयास करे।