नई दिल्ली। दिल्ली सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग के एक अधिकारी और उसकी पत्नी को एक नाबालिग लड़की के साथ कथित रूप से बलात्कार करने तथा लड़की को गर्भपात कराने के लिए मजबूर करने के आरोप में गिरफ्तार किए जाने के एक दिन बाद, आरोपी अधिकारी को मंगलवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। अदालत ने हालांकि उसकी पत्नी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
पुलिस के अनुसार, अधिकारी की पत्नी को सोमवार को अदालत में पेश किया गया और अदालत ने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया। पुलिस ने पहले कहा था कि दिल्ली पुलिस ने नाबालिग लड़की की शिकायत के आधार पर बुराड़ी थाने में 13 अगस्त को आरोपी के खिलाफ पोक्सो समेत संबंधित धाराओं के अंतर्गत मामला दर्ज किया है जो दिल्ली सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग में उप निदेशक के पद पर कार्यरत है।
पुलिस के अनुसार, लड़की ने आरोप लगाया था कि जिस अधिकारी की देखरेख और संरक्षण में वह उसके घर में रह रही थी, उसने उसके साथ बार-बार बलात्कार किया। सोमवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उस अधिकारी को निलंबित करने का आदेश दिया था और मुख्य सचिव से मामले पर रिपोर्ट मांगी थी।
दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) ने दिल्ली सरकार के उप निदेशक द्वारा लड़की के साथ कथित रूप से यौन उत्पीड़न मामले में सोमवार को दिल्ली पुलिस और दिल्ली सरकार को नोटिस जारी किया।
डीसीडब्ल्यू के बयान के अनुसार लड़की ने आरोप लगाया है कि अधिकारी ने उसके साथ कई बार बलात्कार किया, लेकिन यह मामला तब सामने आया जब उसे पैनिक अटैक आने के कारण शहर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। आयोग ने पुलिस से अधिकारी के खिलाफ की गई कार्रवाई का ब्योरा मांगा है।