आस्था, सामजिक समरसता का अदभुत संगम है रामदेव मेला : भडाणा

अजमेर। अजमेर-नागौर जिले की सरहद पर पहाडियों के बीच स्थित खुंडीयास गांव में आस्था और सामजिक समरसता के प्रणेता बाबा रामदेव के भादवा मेले का शुभारम्भ आज देवरायण बोर्ड अध्यक्ष एवं प्रदेश महामंत्री भाजपा ओमप्रकाश भडाणा ने मंदिर के गुम्बद पर झंडा चढ़ाकर कर किया। इस अवसर पर भडाना ने कहा की हमारे पूर्वज भक्त भोजराज गुर्जर की भक्ति और आस्था से प्रसन्न हो कर बाबा ने उन्हें खुंडीयास में ही दर्शन दिए थे। आज यहां यह मेला बाबा के प्रति हमारे प्रेम और श्रद्धा का उत्सव है। यह मेला हमें केवल धार्मिकता के पाठ नहीं सिखाता, बल्कि हमारी संस्कृति, सामाजिक समरसता और एकता का भी संदेश देता है।

बाबा रामदेव, के जीवन और शिक्षाएं हमें सत्य, धर्म और सामाजिक समरसता का संदेश देती हैं। रामदेव लोकदेवता हैं। उनका जीवन हमें दिखाता है कि सच्ची भक्ति और सेवा से हम किसी भी समस्या का समाधान पा सकते हैं। उनकी शिक्षाएं और उपदेश हमें सामाजिक विभाजन और असमानता को समाप्त करने का मार्ग दिखाती हैं। यह मेला न केवल धार्मिक भावना को प्रकट करता है, बल्कि हमारी सांस्कृतिक धरोहर को भी संजोता है। यहां आने वाले श्रद्धालुओं के लिए यह एक अनूठा अनुभव होता है, जो उनकी आत्मा को शांति और संतोष प्रदान करता है। इस मेले के माध्यम से हम अपनी संस्कृति और परंपराओं को जीवित रखते हैं।

भडाणा ने कहां कि कुछ विघटनकारी लोग हिन्दू समाज को ऊंच-नीच, अगड़ा- पिछड़ा करके जातियों में बांटने का कुत्सित प्रयास कर रहे हैं। उन्हें यहां आकर हमारी सांस्कृतिक विविधता में भी एकता की झलक देखनी चाहिए। जहां सभी जाति, धर्म, और पंथ के लोग एक साथ मिलकर पूजा अर्चना करते हैं और सामाजिक समरसता का संदेश फैला रहे हैं। यह मेला सशक्त उदाहरण है कि हम सभी मिलकर एक बेहतर संगठित समाज का निर्माण कर सकते है।

उन्होंने श्रद्धालुओं और आयोजकों को धन्यवाद देते हुए कहा कि इस पवित्र मेले को सफल बनाने में अपना योगदान दिया। यह मेला न केवल धार्मिक भावनाओं को जागृत करता है, बल्कि समाज में भाईचारे और सहयोग की भावना को भी मजबूत करता है। भडाणा ने रामदेव सेवा समिति के पदाधिकारियों के साथ घूमकर मेले की व्यवस्थाएं भी देखीं और भक्त भोजराज की समाधी पर मत्था टेका, उन्होंने जिले के प्रशासनिक अधिकारियों, मेला मजिस्ट्रेट को सुरक्षा इन्तेजाम पुख्ता रखने के निर्देश भी दिए।