भारतीय संस्कृति की श्रेष्ठता बनाए रखने से ही भारत विश्व गुरु बनेगा : अरूणकांत

अजमेर। भारतीय सनातन संस्कृति के महान आदर्शो को अपना कर उन श्रेष्ठ विचारों को जीवन में उतारने का संकल्प सभी भारतीयों को करने की आज आवश्यकता लगती है।

धर्म जागरण समन्वय अजमेर महानगर द्वारा आयोजित विचार गोष्ठी में प्रबुद्ध नागरिकों के सम्मुख बोलते हुए अखिल भारतीय धर्म जागरण सह प्रमुख अरूणकांत ने कहा कि नारी का सम्मान करते हुए हमारे पूर्वजों ने यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्रा देवता तथा मातृवत् परदारेषु का उच्च ज्ञान हम भारतीयों को दिया था। वसुधैव कुटुम्बकम, सर्वे भवन्तु सुखिनः की कामना करने वाले हिन्दू समाज को अब जगाने और बचाने का समय आ गया है।

विचार गोष्ठी के मुख्य अतिथि सेवानिवृत्त आईएएस अतुल शर्मा ने कहा कि आज भारत सम्पूर्ण विश्व के पटल पर तेजी से उभर रहा है। देश के नागरिको का भी यह दायित्व है कि वह अपने आस-पड़ौस मे सफाई रखे। ट्रिफिक नियमों की पालना करें। हमंे अपने देश के लिए तन-मन-धन न्यौछावर करने की भावना रखनी होगी।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत संघ चालक जगदीश सिंह राणा ने सभी प्रबुद्ध नागरिकों का गोष्ठी में आने के लिए आभार व्यक्त किया। देश हित मे संघ के साथ कंधे से कंधा लगाकर साथ आने का सभी से आग्रह किया। कार्यक्रम की व्यवस्था टोली में गोविन्द उपाध्याय, विक्रम सिंह, भगवान सिंह, गौरव भाटी, महेन्द्र सिंह, रामस्वरूप, शैलेन्द्र वीर और दुर्गाप्रसाद आदि कार्यकर्ता शामिल रहे।