जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर में श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के आरोपियों की गिरफ्तारी एवं अन्य मांगों को लेकर जारी धरना सहमति बनने के बाद बुधवार देर रात समाप्त हो गया।
धरनास्थल पर गोगामेड़ी की पत्नी शीला शेखावत ने इसकी घोषणा करते हुए बताया कि श्याम नगर के तत्कालीन थानाधिकारी एवं बीट कांस्टेबल को तत्काल निलंबित कर दिया गया है और 72 घंटें में हत्यारों की गिरफ्तारी आश्वासन दिया गया और अब गोगामेड़ी का अंतिम संस्कार गुरुवार को गोगामेड़ी में किया जायेगा।
पुलिस के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार सहमति बनने के बाद धरना समाप्त कर दिया गया हैं और गोगामेड़ी का शव पोस्टमार्टम के लिए सवाई मानसिंह की मोर्चरी ले जाया गया हैं और पोस्टमार्टम के बाद सुबह राजपूत सभा भवन में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा इसके बाद अंतिम संस्कार के लिए उनके पैतृक गांव गोगामेड़ी ले जाया जाएगा।
इससे पहले गोगामेड़ी हत्याकांड को लेकर बनी समाज की संघर्ष समिति एवं पुलिस प्रशासन के बीच सहमति बनी थी लेकिन बाद में इस पर विरोधाभास पैदा होने पर धरना समाप्त नहीं हो पाया था। इससे पहले बनी सहमति के बाद गोगामेड़ी की पत्नी ने धरनास्थल पर आकर कहा था कि जो घर से चला गया उसकी कमी कभी पूरी नहीं हो सकती, अब मेरी भी एक मांग है जब तक हत्यारों को गिरफ्तार नहीं किया जाता तब तक यहां से हिलना नहीं है।
सुखदेव सिंह ने हमेशा ताल ठोक कर काम किया है अपनी इस बहन के लिए आप लोगों को ताल ठोकनी है। आंदोलन चाहे उग्र करना पड़े, यहां से हिलना नहीं है। धरना प्रदर्शन करना हमारी मजबूरी के साथ जरुरत भी है और जब तक हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती धरना नहीं हटेगा। उन्होंने कहा कि पहले सुरक्षा दे दी होती तो आज यह दिन देखना नहीं पड़ता। उन्होंने कहा कि किसी नेता के बहकावे नहीं आना है।
इससे पहले गोगामेड़ी की पत्नी ने मामले में एफआईआर दर्ज कराई। इस मामले की सघन जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है। यह एसआईटी अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (अपराध) दिनेश एमएन के पर्यवेक्षण में गठित की गई। उल्लेखनीय है कि गोगोमेड़ी हत्याकांड में हत्यारों की गिरफ्तारी एवं अन्य मांगों को लेकर मंगलवार को जयपुर के मेट्रो मास अस्पताल के पास सर्व समाज की और से धरना शुरु किया गया और इसमें बड़ी संख्या में लोग इक्कठे हो गए।
इस मामले में आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी और अन्य मांगों को लेकर मंगलवार को धरना शुरु हो गया था और बुधवार को राजस्थान बंद के आह्वान के तहत बंद सफल भी रहा और राजधानी जयपुर सहित विभिन्न शहरों में बाजार बंद रहे और बंद शांतिपूर्वक रहा।