जयपुर। केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग और विश्व संवाद केन्द्र की ओर से शुक्रवार को विश्वविद्यालय परिसर में पुस्तक पाठक संगम और लेखक के साथ संवाद का कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में युवा उपन्यासकार मुरारी गुप्ता के चर्चित उपन्यास सुगंधा : एक सिने सुंदरी की त्रासद कथा पर लेखक के साथ संवाद का आयोजन हुआ। उपन्यासकार मुरारी गुप्ता ने उपन्यास पर चर्चा करते हुए उपन्यास की भूमिका के बारे में बात की।
गौरतलब है कि हिन्दी सिनेमा की एक प्रख्यात अभिनेत्री के जीवन को आधार बनाकर लिखा गया उपन्यास सुगंधा अपनी विषय सामग्री और लेखन शैली के कारण युवाओं में काफ़ी लोकप्रिय हो रहा है। इस दौरान लेखक मुरारी गुप्ता ने विद्यार्थियों के उपन्यास और साहित्य से जुड़े सवालों और जिज्ञासाओं का समाधान किया। इस अवसर पर डॉ. दर्शना जैन ने पुस्तक पाठक संगम का वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।
विश्वविद्यालय की डॉ. रेखा पाण्डेय और डॉ. प्रीति शर्मा ने स्वागत और धन्यवाद दिया। कार्यक्रम का संचालन विश्व संवाद केंद्र के अशोक ने किया। अखिल भारतीय साहित्य परिषद के सह संगठन मंत्री मनोज कुमार सहित विश्वविद्यालय के कई प्राध्यापक भी मौजूद रहे।