जिला स्तरीय इन्वेस्टर्स मीट
अजमेर। जिला स्तरीय इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन शुक्रवार को हुआ। इसमें उप मुख्यमंत्री एवं जिले की प्रभारी मंत्री दिया कुमारी ने उद्यमियों के साथ संवाद किया। कार्यक्रम में 14 हजार 26 करोड़ के एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए।
उप मुख्यमंत्री एवं जिले की प्रभारी मंत्री दिया कुमारी ने कहा कि राज्य स्तरीय राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेन्ट समिट 2024 के अन्तर्गत जिला स्तरीय इन्वेर्स्टस मीट अजमेर का आयोजन हुआ। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में सरकार पहले वर्ष में ही उद्यम स्थापना पर जोर दे रही है। बड़ी संख्या में एमओयू किए जा रहे हैं। इस निवेश से राज्य में रोजगार को बढ़ावा मिलेगा। वर्तमान में किए गए एमओयू कुछ ही समय में धरातल पर दिखने लगेंगे। इसके वास्तविक परिणाम अगले चार वर्षों में सबके सामने होंगे।
उन्होंने कहा कि सरकार ने राजस्थान के भविष्य को संवारने के बारे में सोचा है। यहां के निवासियों को अच्छे स्तर पर रोजगार मिलेगा। वर्तमान में सरकार द्वारा किए गए एमओयू धरातल पर उतरेंगे। इसके लिए समस्त अधिकारी मिलकर कार्य करें। भूमि, नीतिगत निर्णयों, विभिन्न अनापत्तियों सहित समस्त कार्य तत्काल किए जाने चाहिए।
उन्होंने कहा कि हम सबको मिलकर अजमेर, राजस्थान एवं भारत को विकसित बनाना है। सबके सम्मिलित प्रयासों से प्रत्येक निवेशक केवल राजस्थान में ही निवेश करने के लिए सोचेगा। भविष्य में अजमेर की पहचान उद्यम स्थापित करने के लिए सबसे उपयुक्त जिले के रूप में होगी। सरकार उद्यमियों को हर प्रकार की सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए कटिबद्ध है। इसके लिए राजस्थान उद्यम प्रोत्साहन योजना 2024 की घोषणा की गई है।
उन्होंने कहा कि राजस्थान अपार संभावनाओं का प्रदेश है। यहां सोलर, पवन, खनिज सहित बड़ी मात्रा में प्राकृतिक संसाधन उपलब्ध है। राजस्थान में पर्यटन भी बहुआयामी है। इन संभावनाओं को धरातल पर मूर्त रूप देने का कार्य उद्यमी कर सकते हैं। राजस्थान में किसी भी वस्तु की कमी नहीं है। पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) एवं यमुना नदी का जल उपलब्ध होने से राजस्थान में पानी भी पर्याप्त होगा।
युवाओं को मिलेगा रोजगार : सुरेश रावत
जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत ने कहा कि अजमेर में अन्य जिलों से अधिक संभावनाएं हैं। सरकार इन संभावनाओं को वास्तविकता में लाने के लिए प्रयासरत है। इसी कड़ी में अभी जिला स्तरीय इनवेस्टर्स मीट का आयोजन किया जा रहा है। इसके पश्चात राज्य स्तरीय इन्वेस्टर्स मीट आयोजित होगी। इससे निवेशकों द्वारा उद्यम स्थापित किए जाएंगे। क्षेत्र के युवाओं को रोजगार मिलने से आर्थिक समृद्धि आएगी। अजमेर जिले में सर्वाधिक निवेश आकर्षित करने के लिए प्रयास किया जा रहा है।
उद्यमी अजमेर की रीड : ओंकार सिंह लखावत
राजस्थान धरोहर संरक्षण एवं प्रौन्नति प्राधिकरण के अध्यक्ष ओंकार सिंह लखावत ने कहा कि उद्यमी अजमेर की रीड की हड्डी है। इनके बूते ही अजमेर आर्थिक रूप से मजबूत है। अजमेर में कर्मशीलता के साथ-साथ ऊर्जा भी है। यहां आर्थिक, धार्मिक, शैक्षिक एवं सांस्कृतिक दृष्टि से विकास की अपार संभावनाएं है। जिले के औद्योगिक विकास के लिए राज्य तथा केन्द्र सरकार तत्पर है।
उद्यम स्थापना से रोजगार की वृद्धि: भदेल
अजमेर दक्षिण विधायक अनिता भदेल ने कहा कि सरकार की मंशा राजस्थान एवं उद्यमियों को आगे बढ़ाने की है। इसीलिए सरकार ने पहले साल में ही निवेश के लिए प्रोत्साहित किया है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा द्वारा उद्यमियों की समस्याओं के समाधान के लिए रिप्स 2024 की घोषणा की गई है। उद्यम स्थापना से रोजगार की वृद्धि होती है। इससे व्यक्तियों का जीवन स्तर उच्च होगा। लघु उद्योग भारती के अध्यक्ष कुणाल जैन ने कहा कि राइजिंग राजस्थान से उद्यमिता के दुर्लभ गुण को पहचान मिली है।
14 हजार 26 करोड़ के 301 एमओयू सम्पादित
कलक्टर लोक बन्धु ने कहा कि इस जिला स्तरीय इन्वेर्स्टस मीट अजमेर के सफल आयोजन के लिए विभिन्न औद्योगिक संघों, वृहद एवं मध्यम इकाईयों के सहयोग तथा समन्वय से विभिन्न क्षेत्रों यथा मार्बल व ग्रेनाईट, टैक्सटाइल, चिकित्सा, शिक्षा, होटल व रिसोर्ट, खनन, सौलर, एग्रो व फूड प्रोसेसिंग क्षेत्रों में विभिन्न विभागों द्वारा लगभग 14 हजार 26 करोड़ के 301 एमओयू सम्पादित किए गए है।
15360 व्यक्तियों को मिलेगा रोजगार
इनके द्वारा प्रत्यक्ष तथा अप्रत्यक्ष रूप से लगभग 15 हजार 360 व्यक्तियों के लिए रोजगार का सृजन होगा। जिला उद्योग एवं वाणिज्य केन्द्र द्वारा 3 हजार 739 करोड़ के 210, रीको द्वारा 48 करोड़ के 8, अजमेर विकास प्राधिकरण द्वारा 10 हजार 144 करोड़ के 56, पर्यटन विभाग द्वारा 47 करोड़ के 5, खान एवं भू -विज्ञान द्वारा 14 करोड़ के 16 तथा कृषि विपणन बोर्ड द्वारा 31 करोड़ के 6 एमओयू किए गए हैं।
विभिन्न उत्पादों की प्रदर्शनी
जिला स्तरीय मीट में विभिन्न उत्पादों व सेवाओं यथा मार्बल एण्ड ग्रेनाईट हैण्डीक्राफ्ट, फूड प्रोडक्ट्स, हैण्डलूम, एम्ब्रोयडरी व हैण्डीक्राफ्ट, मशीनरी टूल्स आदि से संबंधित उत्पादों की प्रदर्शनी का आयोजन भी किया गया। इसका उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी द्वारा अवलोकन किया गया। कार्यक्रम में जिले में निवेश के औद्योगिक परिदृश्य एवं संभावनाएं विषय पर लघु फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया।
इनके साथ किए एमओयू
कार्यक्रम में श्री भगवती मशीन, धरतीधन स्टोनेक्स, केशव इंडस्ट्रीज, वेमोरा टाइल्स, एसआर रिजोर्टस, श्रीराम सुपरस्पेशलिटी सर्जिकल, भुवन रिजोर्टस, होटल हिल्स व्यू, भंडारी मार्बल वर्ल्ड, अराम्स टेक्सटाइल, वर्धमान होटल्स, मास्टर रिजोर्टस, एमवाइट इंटरनेशनल, मिलमेन मैटल्स एवं अतुल रिजोर्टस के साथ एमओयू किए गए।
ये भी रहे मौजूद
इस अवसर पर संभागीय आयुक्त महेश चन्द्र शर्मा, पुलिस महानिरीक्षक ओमप्रकाश, अजमेर विकास प्राधिकरण की आयुक्त नित्या के, नगर निगम के आयुक्त देशलदान, पुलिस अधीक्षक वंदिता राणा, रीको के वरिष्ठ क्षेत्रीय प्रबंधक अजय विश्वकर्मा, किशनगढ़ मार्बल एशोसिएशन के अध्यक्ष सुधीर जैन सहित जिले के उद्यमी उपस्थित थे।
केकड़ी में 3000 करोड़ रुपए से अधिक के एमओयू
राजस्थान की उप-मुख्यमंत्री दिया कुमारी ने कहा है कि राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप राइजिंग इन्वेस्टमेंट मीट का आयोजन औद्योगिक विकास की संकल्पना लिए है, जिसमें विकास और रोजगार दोनों हित सुरक्षित हैं।
केकड़ी जिले की प्रभारी मंत्री दिया कुमारी के मुख्य आतिथ्य में शुक्रवार को यहां आयोजित कार्यक्रम में तीन हजार करोड़ रुपए से अधिक के 239 समझौते किए गए। इससे केकड़ी जिला और प्रदेश के औद्योगिक विकास की संकल्पना साकार हुई।
दियाकुमारी ने अपने उद्बोधन में कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप उद्यमियों और निवेशकों को प्रोत्साहित करने के लिए इन्वेस्टर मीट का आयोजन किया गया है। इसके माध्यम से जहां एक ओर जिले के साथ-साथ प्रदेश में औद्योगिक निवेश को बढ़ावा मिलेगा, दूसरी ओर रोजगार का भी सृजन होगा।
उन्होंने राइजिंग केकड़ी इन्वेस्टर मीट आयोजन के लिए सरकार और इसमें निवेश करने वाले उद्यमियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उद्योग एवं व्यापार को बढ़ावा देने के लिए सरकार संकल्पबद्ध है। निवेश के माध्यम से रोजगार और विकास का मार्ग प्रशस्त होगा।
उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राज्य में निवेश बढ़े, बजट घोषणाओं की प्रभावी निगरानी के साथ उनका क्रियान्वयन हो और राज्य का आधारभूत ढांचा मजबूत हो, इसके लिये राज्य सरकार प्रयासरत है।
इस अवसर पर केकड़ी विधायक शत्रुघ्न गौतम ने निवेशकों उद्यमियों और गणमान्य नागरिकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि राइजिंग राजस्थान मुख्यमंत्री का दूरदर्शी विजन है। उनकी मंशा के अनुरूप निवेशकों एवं उद्यमियों को व्यापार के अनुकूल वातावरण उपलब्ध करवा कर समस्याओं का समयबद्ध निस्तारण किया जाएगा।
केकड़ी कलेक्टर श्वेता चौहान ने निवेशकों, उद्यमियों और उपस्थितजनों का स्वागत एवं आभार व्यक्त करते हुए बताया कि जिला स्तरीय इन्वेस्टर मीट के लिए 239 एमओयू के प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। इनसे तीन हजार करोड़ रुपए से अधिक का निवेश आएगा। लगभग छह हजार से अधिक के प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर सृजित होंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की मंशा अनुसार यह मीट युवाओं को स्थानीय स्तर पर रोजगार प्रदान करने और जिले में निवेश बढ़ाने के लिए उपयोगी साबित होगी।