जिला अध्यक्ष होगा कांग्रेस की मजबूती का आधार : राहुल गांधी

अहमदाबाद। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष एवं लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने जाति गणना और आबादी के हिसाब से सबकी हिस्सेदारी सुनिश्चित करने को ज़रूरी बताते हुए घोषणा की है कि पार्टी को मजबूत बनाने के लिए जिला अध्यक्ष को ज्यादा अधिकार दिए जाएंगे और ज़िला इकाई को पार्टी की मजबूती का आधार बनाया जाएगा।

गांधी ने कांग्रेस अधिवेशन के आखिरी सत्र को संबोधित करते हुए बुधवार को कहा कि देश में दलित ओबीसी, आदिवासियों के साथ न्याय नहीं होता है और उन्हें उनका हिस्सा नहीं मिलता है क्योंकि देश की बड़ी आबादी की भागीदारी जाति गणना के बिना नहीं की जा सकती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आदिवासियों दलितों और वनवासियों की बात करते हैं लेकिन जब भागीदारी की बात आती है तो भाजपा के लोग इस पर चुप्पी साथ लेते हैं।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लिए सब समान है लेकिन भाजपा के लिए जन जन में अंतर है। वह दलितों को मंदिर में नहीं जाने देते हैं और अगर कोई दलित मंदिर गया तो मंदिर को पवित्र करवाते हैं। राजस्थान में विपक्ष के नेता के साथ इस तरह की पीड़ाजनक घटना हुई है और इस तरह का हिंदुस्तान कांग्रेस को स्वीकार नहीं है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस जिला अध्यक्ष को पार्टी का आधार बनाएगी। यह बड़ा बदलाव कांग्रेस में लाया जा रहा है और जिला स्तर पर कांग्रेस में अध्यक्ष को बड़ी भूमिका दी जा रही है। कांग्रेस के बदले परिवेश में पार्टी का जिला अध्यक्ष जिले में कांग्रेस का आधार बनेगा।

कांग्रेस नेता ने कहा कि कांग्रेस तेलंगाना की तरफ देश के अन्य हिस्सों में ओबीसी आरक्षण लाएगी और 50 प्रतिशत आरक्षण की दीवार तोड़कर दिखाएगी। उनका कहना था कि पहले सेना में युवक जाते थे तो उन्हें पेंशन मिलती थी और शहीद होने पर शाहीद का दर्जा मिलता था लेकिन मोदी सरकार ने गरीबों का यह रास्ता भी बंद कर दिया है। सेना में पेंशन नहीं है और ना ही शहीद का दर्ज मिलता है। अग्निवीर 4 साल के लिए काम कर रहे हैं।

वक़्फ़ विधेयक को उन्होंने संविधान पर हमला बताया और कहा कि देश के लोगों को मालूम होना चाहिए कि यह धर्म विरोधी कानून है और धर्म विशेष के लोगों पर हमला है। उन्होंने राजस्थान में विपक्ष के नेता टीकाराम जूली का जिक्र किया और कहा कि वह मंदिर गए थे तो भाजपा के लोगों ने मंदिर को धुलवाया और गंगाजल से पवित्र कराया है। इस तरह का काम कोई हिंदू नहीं कर सकता क्योंकि हिंदू धर्म इस तरह की इजाजत नहीं देता है।

कांग्रेस नेता ने कहा कि भाजपा से उनकी लड़ाई विचारधारा की है। उन्होंने संविधान की प्रति दिखाते हुए कहा कि कांग्रेस की लड़ाई संविधान की रक्षा की है। सरकार संस्थानों पर आक्रमण कर रही है और देश के संविधान पर हमला हो रहा है। मोदी सरकार और आरएसएस संविधान पर हमला करते हैं और यह काम वही करते हैं जिनकी कोई विचारधारा नहीं होती है।

आज विश्वविद्यालयों में और दूसरे संस्थानों मेंआरएसएस के लोग भरे जा रहे हैं। वह लोकतंत्र को खत्म करना चाहते हैं। उनकी विचारधारा संविधान के खिलाफ है और अडानी अंबानी को देश की संपत्ति सौंपना चाहते हैं लेकिन कांग्रेस मानती है कि देश सबका है और इस पर सबका अधिकार है।

उन्होंने इंदिरा गांधी के साथ अपने बचपन के दिनों को याद करते हुए कहा कि वह छोटे थे और उन्होंने दादी से पूछा था कि आपके निधन के बाद आपके बारे में लोग क्या सोचेंगे तो उन्होंने अत्यंत सहज होते हुए जवाब दिया था कि लोग क्या सोचेंगे इससे फर्क नहीं पड़ता लेकिन वह सबकी चिंता किए बिना अपना काम करती रहेगी। उन्होंने कहा कि इसी तरह से मैं भी जो करता हूं सोचता नहीं हूं इससे क्या होगा। जो भी करता हूं सच्चे मन से करता हूं और इस पर लोग क्या सोचते हैं इसकी मुझे फ़िक्र नहीं है।

जाति गणना को उन्होंने आवश्यक बताया और कहा कि जो लोग मजदूरी करते हैं क्या देश उनकी इज्जत करता है उन्हें जगह देता है। अफसोस है कि भाजपा सरकार उनकी गणना नहीं करना चाहती। दलितों, आदिवासियों और पिछड़ा वर्ग के लोगों के अवसरों को उनसे छीना जा रहा है। इन अवसरों को अडानी तथा अंबानी जैसे बड़े उद्योगपतियों को सौपा जा रहा है। उन्हें एयरपोर्ट सौंपे जा रहे हैं, बंदरगाह सौंपे जा रहे हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज करते हुए उन्होंने कहा कि 56 इंच का सीना अब कमजोर पड़ता नजर आ रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को अपना मित्र बताते थे लेकिन आज अमरीका ने भारत के खिलाफ कदम उठाए हैं लेकिन उस पर मोदी चुप हैं। महाराष्ट्र में मतदान में गड़बड़ी हुई है और जब चुनाव आयोग सूची मांगी गई तो आज तक यह सूची नहीं दी गई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस जाति जनगणना कराएगी। तेलंगाना में कांग्रेस ने यह काम किया है। तेलंगाना में 90 फीसदी आबादी दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों ,गरीबों की है लेकिन इन 90 फ़ीसदी लोगों की भागीदारी कि कारपोरेट सेक्टर में नहीं है।