जयपुर। राजस्थान सरकार ने रोशनी के पर्व दीपावली पर एक नवम्बर को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है। राज्य सरकार ने आदेश जारी कर शुक्रवार एक नवम्बर को दीपावली महापर्व (दीपोत्सव) के उपलक्ष्य में सम्पूर्ण राज्य में सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है।
राज्य के विभिन्न कर्मचारी संगठन 1 नवंबर को अवकाश घोषित किए जाने की मांग कर रहे थे। मुख्यमंत्री भजनलान शर्मा ने कर्मचारियों की इस मांग को पूरा कर दिया। सामान्य प्रशासन विभाग ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं।
राज्य सरकार के कलेंडर में दिवाली अवकाश 31 अक्टूबर को है, जबकि 1 नवंबर को कोई अवकाश नही है। इसके बाद 2 नवंबर को गोवर्धन और 3 नवंबर को भाई दूज का अवकाश है। अब 1 नवंबर का भी अवकाश घोषित कर दिए जाने से दूर दराज रहने वाले कर्मचारी अपने घर जा सकेंगे तथा उन्हें लगातार चार छुट्टी मिल जाएगी।
भजनलाल की दीपावली, गोवर्धन, भाईदूज पर शुभकामनाएं
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने दीपावली, गोवर्धन एवं भाईदूज के पावन अवसर पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देते हुए उनकी सुख-समृद्धि की कामना की है। शर्मा ने कहा कि दीपों का यह पर्व अन्याय और शोषण के विरूद्ध न्याय एवं संघर्ष की विजय का उत्सव है। यह पर्व हमें सच्चाई एवं धर्म की राह पर चलने, विपदाओं से नहीं घबराने की प्रेरणा देता है।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर प्रदेशवासियों का आह्वान किया कि वे भगवान श्रीराम के महान आदर्शों को अपने जीवन में आत्मसात कर बेसहारा एवं अभावग्रस्त लोगों की मदद करने का संकल्प लें, जिससे कि सामाजिक समरसता की भावना मजबूत हो और देश-प्रदेश प्रगति के नए आयाम स्थापित कर सके।
इससे पहले जारी एक वीडियो में शर्मा ने प्रदेशवासियों को दिवाली की बधाई देते हुए आह्वान किया है कि वे सब दीपक जलाकर राजस्थान को रोशन एवं उन्नत करें और आगे बढ़ाएं। शर्मा ने कहा कि एक दीपक आप जलाएं, एक दीपक मैं जलाऊं, एक दीपक सब जलाएं और हम हमारे राजस्थान को रोशन एवं उन्नत करें और आगे बढ़ाएं।
उन्होंने कहा कि किसान हो, मजदूर हो, महिला या युवा हो, सबके लिए काम किया जा रहा है। युवाओं से जो वादा किया गया, उस युवा को हर क्षेत्र में आगे देखना चाहते हैं। युवाओं के भविष्य के लिए दो वर्ष का कैलेंडर जारी कर एक साथ 90 हजार वैकेंसी मंजूर की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार हो या राज्य सरकार महिला उत्थान के लिए काम कर रही है और किसानों ने जो कहा वह किया गया है। सबको पानी के लिए ईआरसीपी और यमुना समझौते पर काम किया गया है। इसी तरह अन्य कई जनहित के काम किए गए हैं।