अजमेर। राजस्थान में अजमेर शहर के अनेक क्षेत्रों में अब बीसलपुर के साथ-साथ वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर फायसागर झील से भी पेयजल आपूर्ति की जाएगी।
राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष एवं अजमेर उत्तर क्षेत्र विधायक वासुदेव देवनानी की पेयजल प्रबंधन को सर्वाेच्च प्राथमिकता की सख्ती के बाद जलदाय विभाग शहर की जलापूर्ति में सुधार को लेकर सतर्क हो गया है। शहर में नियमित जलापूर्ति एवं गर्मी से पहले पेयजल व्यवस्था में सुधार के लिये विभाग ने फॉयसागर झील से शहर को मीठे पानी की आपूर्ति की तैयारी शुरू कर दी है।
देवनानी ने आज यहां स्वयं फॉयसागर रोड़ स्थित फिल्टर प्लांट पर जाकर सारी व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने अफसरों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि नियमित जलापूर्ति और गर्मियों से पहले सम्पूर्ण पेयजल प्रबंधन सर्वाेच्च प्राथमिकता है और इसमें किसी तरह की कोताही किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
देवनानी ने शहर एवं अजमेर उत्तर क्षेत्र में पेयजल व्यवस्था में सुधार के लिए महत्वपूर्ण बैठक ली। उन्होंने सर्किट हाउस में आयोजित बैठक में पेयजल आपूर्ति में तत्काल सुधार एवं दीर्घकालिक प्रबंधन को लेकर अफसरों से चर्चा की। इससे पूर्व उन्होंने फॉयसागर रोड़ फिल्टर प्लांट पर जाकर भी व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया।
देवनानी ने फॉयसागर झील से शहर में होने वाली जलापूर्ति की व्यवस्थाओं को स्वयं देखा तथा अधिकारियों को निर्देशित किया कि पेयजल आपूर्ति का खाका इस तरह तैयार किया जाए कि प्रत्येक क्षेत्र को पर्याप्त मात्रा में पानी मिल सके। अधिकारियों ने उन्हें बताया कि फॉयसागर से 3 एमएलडी पानी लिया जाएगा। इसे समान रूप से वितरित करने की व्यवस्था की जाएगी। योजना तैयार कर ली गई है।
उन्होंने अधिकारियों से कहा कि शहर में लीकेज को तुरन्त सुधारा जाए एवं जलापूर्ति के समय सभी स्तर के अधिकारी स्वयं पेट्रोलिंग करे ताकि यह पता लगे कि लीकेज कहा है। लीकेज का पता लगता ही उन्हें तुरन्त सुधार लिया जाए। इसी तरह अधिकारी शहर के अंतिम छोर पर भी जलापूर्ति के समय जाएं और देखें कि पानी का प्रेशर कितना आ रहा है। ज्यादातर जगहों पर अनियमित और बेहद कम दबाव से जलापूर्ति हो रही है, इसे तुरन्त सुधारा जाए। अजमेर उत्तर के हिस्से की पूरी जलापूर्ति सुनिश्चित की जाए।
देवनानी ने निर्देश दिये कि ग्राम लोहागल एवं माकड़वाली सहित विधानसभा क्षेत्र के ग्रामीण क्षेत्रों में लम्बे अंतराल से पेयजल आपूर्ति हो रही है। इसके कारणों को चिह्नित कर जिम्मेदार अफसरों के खिलाफ कार्यवाही की जाए। फॉयसागर एवं अन्य पम्पिग स्टेशन पर स्टाफ की भी व्यवस्था की जाए। बैठक में जलदाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य अभियंता एवं अधीक्षण अभियंता सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।