रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस ने कहा कि ईडी के चुनाव के बीच में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की छवि को खराब करने के रचे षडयंत्र की आज उस आरोपी के न्यायालय में दिए बयान से पुष्टि हो गई जिसके कथन का हवाला देते हुए उसने बघेल पर महादेव एप्प से 508 करोड़ रूपए लेने का आरोप लगाते हुए एक प्रेस रिलीज जारी की थी।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने आज यहां प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर आयेजित प्रेस कान्फ्रेंस में कहा कि ईडी ने अपनी प्रेस रिलीज का आधार जिस ड्राइवर असीम दत्ता के बयान को बताया था, उसी असीम दत्ता ने न्यायालय के समक्ष अपने अधिवक्ता के माध्यम से जो बयान दिया है उससे इस मामले में ईडी और षड़यंत्र पूरी तरह से खुल कर सामने आया है। ईडी का यह प्रेस नोट पूरी तरह से झूठ का पुलिंदा था तथा चुनाव को प्रभावित करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री की छवि खराब करने के लिए किया गया षड़यंत्र था।
उन्होंने कहा कि असीम दत्ता ने अदालत को दिए अपने आवेदन में कहा कि उसने जो कुछ किया वह शुभम सोनी के कहने पर किया। शुभम सोनी उसका बचपन का मित्र था उसने मुझको धोखे में रखकर इसमें फंसाया है। असीम दत्ता ने कोर्ट को दिए बयान में यह माना कि उसने किसी राजनैतिक दल के लिए कोई काम नहीं किया है।
उसका शुभम सोनी से बचपन का संबंध था उसी ने उसे दुबई बुलाया तथा उसी ने मुझे मोहरा बना कर अंधेरे में रख कर फंसाया तथा दुबई बुलाना, फिर वापस भेजना, फिर एयरपोर्ट पर गाड़ी भेजना, उसके बाद गाड़ी में पैसों का बैग बिना मेरी जानकारी के रखवाना फिर गाड़ी को होटल से जप्त करवाना, उसके बाद ईडी के द्वारा खुद अंग्रेजी में बयान लिखना तथा मुझसे बिना मेरी सहमति के बयान पर दबावपूर्वक हस्ताक्षर करवाया गया।
शुक्ला ने उसके अदालत में दिए बयान को उल्लेख करते हुए कहा कि असीम दत्ता ने अदालत से कहा कि मैं ज्यादा पढ़ा नहीं हूं। मुझे अंग्रेजी नहीं आती बयान में क्या लिखा मुझे नहीं पता। मैं किसी राजनैतिक पार्टी के लिए कभी भी पैसा छोड़ने नहीं गया। ईडी ने रिमांड के दौरान भी मुझसे कोई पूछताछ नहीं किया है। शुक्ला के अनुसार जिस शुभम सोनी ने असीम दत्ता को मोहरा बनाया उसी का वीडियों भाजपा प्रेस कांफ्रेंस कर जारी करती है इससे साफ हो रहा कि ईडी, भाजपा, शुभम सोनी ने मिलकर यह सारा षड़यंत्र रचा है।
उन्होंने कहा कि ईडी के आरोप के आधआर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भाजपा और केंद्रीय मंत्रियों ने मुख्यमंत्री की छवि खराब करने का काम किया। आम सभा में गलत आरोप लगाए।उन्होने- ईडी के अधिकारियों के ऊपर चुनाव को प्रभावित करने की नीयत से किए गए षड़यंत्र के लिए चुनाव आयोग से कार्यवाई की मांग करते हुए कहा कि ईडी अधिकारियों के खिलाफ झूठ प्रचारित करने के लिये आपराधिक मुकदमा दर्ज भी किया जाए।