अब आतंकवादियों को चुन चुन कर माने का आ गया वक्त : नसरुद्दीन चिश्ती

अजमेर। राजस्थान के अजमेर में स्थित विश्व प्रसिद्ध सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह दीवान के बेटे एवं ऑल इंडिया सूफी सज्जादनशीन काउंसिल के चेयरमैन नसरुद्दीन चिश्ती ने जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा है कि अब वक्त आ गया हैं कि आतंकवादियों को चुन चुन कर मारा जाना चाहिए।

चिश्ती ने मंगलवार रात अपने बयान में कहा कि मजहब पूछ कर पर्यटकों को मारा गया, इससे ज्यादा इंसानियत शर्मसार कहां होगी। इन आतंकवादियों को चुन-चुन कर मारने का वक्त आ चुका है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने भी मजहब पूछ कर हमला किया यह जानवरों से भी बदतर हरकत है।

उन्होंने केन्द्र सरकार से अपील करते हुए कहा कि अब वक्त आ गया है इन्हें खत्म किया जाए और इनको इन्हीं की भाषा में जवाब दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कश्मीर जो वापस शांति और तरक्की की तरफ आगे बढ़ रहा था, उसे खराब करने की साजिश रची जा रही है।

मजहब के नाम पर जो आतंक फैलाया जा रहा है कोई भी मजहब इसकी इजाजत नहीं देता है। इस्लाम में इस तरीके के आतंकवाद की जरूरत नहीं है और बेगुनाहों को मारने के लिए कोई जगह नहीं है। ये सबसे बड़े गुनहगार हैं। इन आतंकवादियों को चुन चुन कर मारने की जरूरत है अब यह वक्त आ चुका है।

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