बेंगलूरु। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व तेज गेंदबाज और कर्नाटक के रणजी खिलाड़ी डेविड जॉनसन की गुरुवार को अपने अपार्टमेंट की चौथी मंजिल की बालकनी से गिरने से मौत हो गई। वह 52 वर्ष के थे।
पूर्व क्रिकेटर के परिवार में पत्नी और दो बच्चे है। बालकनी से गिरने के बाद जॉनसन को निकटवर्ती निजी अस्पताल ले जाया गया था जहां चिकित्सकों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया। स्थानीय पुलिस ने इस बाबत मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी है।
क्रिकेट जगत ने डेविड जॉनसन की मौत पर शोक व्यक्त किया है। भारतीय क्रिकेट के दिग्गज अनिल कुंबले ने एक्स पर अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि मेरे क्रिकेटर साथी डेविड जॉनसन के निधन की खबर सुनकर दुख हुआ। उनके परिवार के प्रति हार्दिक संवेदना। बहुत जल्द चले गए ‘बेनी’।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के सचिव जय शाह ने भी अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि हमारे पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज डेविड जॉनसन के परिवार और मित्रो के प्रति गहरी संवेदना। खेल में उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।
सोलह अक्टूबर 1971 को जन्मे जॉनसन अपनी तेज गेंदबाजी और खेल के प्रति अटूट जुनून के लिए जाने जाते थे। जॉनसन ने अपने पर्दापण टेस्ट मैच में वेंकटेश प्रसाद के साथ गेंदबाजी की शुरुआत की थी। इसके बाद वह दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर गए और पहला टेस्ट खेला। जॉनसन की लेथ-लाइन उतनी सटीक नहीं थी, इस कारण उन्हें भारत के लिए केवल दो टेस्ट मैच खेलने का मौका मिला।
उन्होंने 1995-96 के रणजी ट्रॉफी सत्र में केरल के खिलाफ 152 रन देकर 10 विकेट लेकर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई। क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद जॉनसन ने कोचिंग और मेंटरिंग में सहजता से बदलाव किया और महत्वाकांक्षी क्रिकेटरों के मार्गदर्शक बने।