नई दिल्ली। केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दिल्ली सरकार की 2021-22 की नयी आबकारी नीति में कथित भ्रष्टाचार और अनियमितताओं के आरोप में न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल में बंद पूर्व उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को गुरुवार को पूछताछ के बाद धनशोधन निरोधक कानूनू के तहत गिरफ्तार कर लिया।
केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा गिरफ्तार सिसोदिया को शुक्रवार को जमानत के लिए अदालत में पेश होना था। अब कल यदि सीबीआई के मामले में उन्हें जमानत मिल जाती है तो ईडी उन्हें आगे पूछताछ के लिए हिरासत में लेने के लिए अदालत में अनुरोध कर सकता है।
धन शोधन के पहलुओं की जांच करने वाली केंद्रीय एजेंसी ईडी की टीम ने आज सिसोदिया से दूसरी बार पूछताछ की। एजेंसी दिल्ली की शराब नीति में कथित घोटाले में धन के अवैध लेन-देन से जुड़े पहलुओं की जांच कर रही है। ईडी ने दिल्ली की शराब नीति में गड़बड़ी के अरोपों की जांच के लिए सीबीआई द्वारा दर्ज मामले के आधार कार्रवाई शुरू की है।
सूत्रों के अनुसार ईडी मनीष सिसोदिया को हिरासत में लेने के लिए उन्हें कल अदालत में पेश कर सकती है। वित्त मंत्रालय के तहत आने वाले यह एजेंसी दिल्ली में आम आदमी पार्टी के नेता से उनके मंत्रीकाल में लागू की गई नई आबकारी नीति में कथित दलाली और रिश्वत की कमाई के लेन-देन से जुड़े सूत्रों की जांच कर रही है। हालांकि यह नीति बाद में वापस ले ली गई थी।
गौरतलब है कि सीबीआई ने उन्हें 26 जनवरी को अपने मुख्यालय पर सात घंटे की लंबी पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया था और उनको अदालत के आदेश पर हिरासत में लेकर पूछताछ की थी। ईडी ने इससे पहले पूर्व उपमुख्यमंत्री से मंगलवार को जेल में ही करीब छह घंटे तक पूछताछ की थी।
दिल्ली शराब नीति घोटाले में सदर्न ग्रुप से कथित तौर पर अवैध लेनदेन से जुड़े आरोपों की जांच के सिलसिल में ईडी ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की पुत्री और विधानपरिषद सदस्य कविता को आज दिल्ली में पेश होने को तलब किया था।
सुश्री कविता ने महिला आरक्षण विधेयक के समर्थन में दिल्ली में दस मार्च को प्रस्तावित एक धरना प्रदर्शन की तैयारी का हवाला देते हुए एजेंसी से समय मांगा था और कहा था कि वह 11 मार्च को हाजिर हो सकती हैं। अब उन्हें बयान देने के लिए 11 मार्च को बुलाया गया है।
ईडी ने सदर्न ग्रुप के रामचंद्र पिल्लई को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया। पिल्लई के बारे में कहा जा रहा है कि वह सदर्न ग्रुप में सुश्री कविता के हितों को देखते हैं। सिसोदिया पर मामले से जुड़े सबूतों को नष्ट करने का आरोप भी है। उन्होंने उस दौरान कथित रूप से अपने कई फोन बदले थे। उन पर नई आबाकारी नीति में लाभ का मार्जिन पांच प्रतिशत से बढ़ा कर 12 प्रतिशत करके शराब के थोक आपूर्तिकर्ताओं को बेजा फायदा पहुंचाने, अपात्र फर्मों को आपूर्ति के लाइसेंस देने जैसे तमाम आरोप हैं।