आजमगढ़। उत्तर प्रदेश में आजमगढ़ जिले की तरवा थाना पुलिस ने महिला की हत्या का खुलासा करते हुए पिता और उसके दो पुत्रों को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र लाल ने बताया कि तरवा थाना क्षेत्र के बनगांव स्थित मायके में अकेले रहने वाली सुनिता उर्फ सुमित्रा देवी (50) का रक्तरंजित शव बीते दो सितंबर को घर से कुछ दूरी पर स्थित चक मार्ग पर मिला था। इस मामले में मृतका की पुत्री रंजना ने बनगांव निवासी राम प्रवेश सिंह के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने इस मामले में आरोपित रामप्रवेश सिंह उसके दो बेटों शिवम सुंदरम को आज दिन में बनगांव उमरी मोड़ से गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस लाइन सभागार में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में एसपी सिटी शैलेंद्र लाल ने बताया कि जौनपुर जिले के चंदवक थाना क्षेत्र अंतर्गत करेनहुवा गांव निवासी पनधारी राजभर की मौत के बाद उसकी पत्नी सुनीता उर्फ सुमित्रा लगभग 20 वर्षों से अपने मायके में रहने लगी। उसकी पांच बच्चों में चार विवाहित हैं। मायके में अकेले रहते हुए नेवासे में मिले खेत व घर की देखभाल करती थी।
इसी बीच सुनीता और गांव के ही रामप्रवेश सिंह के बीच अवैध संबंध स्थापित हो गया। इसी कलह के चलते रामप्रवेश की पत्नी ने विगत वर्ष 2011 में अपने दो पुत्रों का छोड़ आत्महत्या कर ली थी। इस बात से राम प्रवेश के दोनों बेटे शिवम और सुंदरम खफा रहते थे। समय के साथ-साथ रामप्रवेश और सुनीता के बीच दूरियां बढ़ गई लेकिन उनके संबंध को लेकर रामप्रवेश के दोनों बेटे के मन से सुनीता के प्रति नफरत कम नहीं हो सका।
एक सितंबर की रात सुनीता धान के फसल की सिंचाई करने के लिए गांव के एक व्यक्ति के नलकूप की ओर गई थी कि तभी वहां पहुंचे रामप्रवेश सिंह व उसके दोनों बेटों ने सुनीता के सिर पर घातक प्रहार कर दिया जिससे उसकी मौत हो गई। हत्या को दुर्घटना का रूप देने के लिए सुनीता के शव को गांव के रास्ते पर फेंक कर सभी फरार हो गए। सुनीता की पुत्री द्वारा रिपोर्ट दर्ज करने पर पुलिस ने मृतका के पूर्व प्रेमी व उसके दोनों पुत्रों को गिरफ्तार कर दिया है।