मुंगेर। बिहार में मुंगेर जिले में स्वास्थ्य विभाग के निदेशक प्रमुख के फर्जी हस्ताक्षर से जारी नियुक्ति पत्र पर विगत दो वर्षों से नौकरी कर रही 20 जनरल नर्सिंग ऐंड मिडवाइफ़री (जीएनम) के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई है।
आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को यहां बताया कि पुलिस प्राथमिकी दर्ज होने के बाद फर्जी नियुक्ति पत्र पर दो वर्षों से कम कर रही सभी 20 जीएनएम फरार हो गई है। प्रत्येक अभियुक्त जीएनएम ने अपने सेवा काल में वेतन मद में लगभग 20 से 25 लाख की अवैध निकासी की है और राज्य सरकार के राजस्व को चूना लगाया है। स्वास्थ्य विभाग ने उन सभी अभियुक्त जीएनएम से वेतन मद में सरकारी खजाने से निकाली राशि की वसूली की कार्रवाई शुरू कर दी है।
मुंगेर के सिविल सर्जन डॉ विनोद कुमार सिन्हा ने आज मीडिया वार्ता में खुलासा किया है कि फर्जी नियुक्ति पत्र पर नौकरी कर रही सभी 20 जीएनएम के विरुद्ध पुलिस थानों में प्राथमिकी दर्ज कर दी गई है और उन जीएनएम से वेतन मद में निकाली राशि की वसूली के लिए सभी को लीगल नोटिस भेजी जा रही है। बाद में सर्टिफिकेट मुकदमा सभी के विरुद्ध दर्ज किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के निदेशक प्रमुख के निर्देश पर मुंगेर स्वास्थ्य विभाग ने उन प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारियों की सूची मुख्यालय भेज दी है जिन प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारियों के कार्यकाल में फर्जी नियुक्ति पत्र पर 20 जीएनएम की नियुक्तियां की गई थी।