जयपुर। राजस्थान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीति एवं रीति से प्रभावित होकर लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने का सिलसिला जारी है और मंगलवार को यहां भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के पूर्व महानिदेशक बीएल सोनी भाजपा में शामिल हो गए।
सोनी ने भाजपा कार्यालय में ज्वाइंनिंग कमेटी के संयोजक डा अरूण चतुर्वेदी की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष नारायण पंचारिया ने सोनी को भाजपा का दुपट्टा पहनाकर पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराई।
इस अवसर पर डा चतुर्वेदी ने कहा कि मोदी के नेतृत्व में देश 2047 के विकसित भारत की ओर बढ़ रहा है। उनके दस साल के कार्यकाल में योजनाएं धरातल पर पहुंची और विकास के काम तेजी से हुए। ऐसे में विश्व की सबसे बड़ी पार्टी से जुड़ने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने के बाद सोनी ने मोदी और भाजपा की नीतियों को विकसित भारत के सपने को पूरा करने के लिए अहम बताया और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर आरोप लगाते हुए कहा कि निजी एंव राजनैतिक स्वार्थ के चलते प्रदेश के लाखों युवाओं के साथ कुठाराघात किया गया है।
प्रदेश में नाथी के बाडे और सांचौर की पाठशाला की चर्चा जोरों से चलने लगी। ऐसे में भाजपा सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने पेपरलीक माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए एसआईटी का गठन किया। उन्होंने कहा कि एसआईटी पेपरलीक माफियाओं के खिलाफ बेहतर ढ़ग से कार्य कर रही है।
कांग्रेस शासन में संस्थागत भ्रष्टाचार हो रहा था, मध्यस्थ के बिना किसी का काम नहीं हो रहा था। मध्यस्थ भी कैबिनेट रैंक से भी उपर पहुंच गए थे लेकिन अब भाजपा सरकार के शासन में युवाओं के साथ न्याय होगा। सोनी ने कहा कि मोदी विकास पुरूष के रूप में देखे जाते हैं और उनके दस वर्ष के कार्यकाल से विश्व में भारत की पहचान एक नए विकसित भारत के साथ शक्तिशाली भारत के रूप में हो रही है।
चौबीस घंटे में से बीस घंटे लगातार नई ऊर्जा से सबका साथ, सबका विकास और सबका उत्थान के ध्येय वाक्य के लिए अगर कोई कार्य कर रहा है तो वह मोदी है और ऐसे में उनकी टीम से जुड़कर अच्छा अनुभव होने वाला है।
उन्होंने कहा कि वह भाजपा में सेवा करने के हिसाब से शामिल हुए हैं और अपनी पूरी सामर्थ्य एवं ईमानदारी के साथ सबके साथ मिलकर काम करने का प्रयास करेंगे। सेवा में रहते भ्रष्टाचार की बात नहीं उठाने के सवाल पर सोनी ने कहा कि सिस्टम में मर्यादा होती हैं और उससे निकलने के बाद अगर तत्काल यह बात नहीं उठाते हैं तो मन की ईमानदारी नहीं होती हैं, अवसर मिलने पर अपनी बात कहनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि वह सेवा में रहते भी जब पेपरलीक की बातें ज्यादा आ रही थी तो उन्होंने कई बैठकों में अपने हिसाब से बातें उठाने का प्रयास किया था। उन्होंने कहा कि उस समय एसीबी की देश में सर्वाधिक ट्रेप एवं बड़ी मछलियों को पकड़ने वालो में पहचान हुई थी।
उन्होंने कहा कि उस समय करीब 600 प्रकरण ऐसे थे जिनमें सरकार की स्वीकृति नहीं मिल पाई थी और उनमें कई मामले है जो अब खुल रहे हैं और भ्रष्टाचार उजागर हो रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसे भी कई मामले थे जिनमें आरोपी को पकड़ लिया गया लेकिन उसमें अभियोजन की स्वीकृति नहीं मिल पाई थी। कई बड़े मामलों में अभियोजन की स्वीकृति नहीं मिल पाई। जब एसीबी की कार्रवाई ज्यादा बढ़ने लगी तो उसके संसाधनों एवं सुविधाओं में कटौती भी कर दी गई।
सोनी ने कहा कि आज उनका पहला ही दिन है और उनके पास पुख्ता एवं बहुत जानकारी हैं और वह समय समय पर इसे उठाते रहेंगे और जो भी अपराधी हैं वे बचने वाले नहीं हैं। उन्होंने कहा कि एसओजी पूरी टीम भावना से लग रही हैं और कोई सोचे कि रसूक से बच जायेगा लेकिन वह बच नहीं पाएगा।