नई दिल्ली। कांग्रेस ने कर्नाटक में कल्याण राज्य प्रगति पक्ष के विधायक जी जनार्दन रेड्डी के भारतीय जनता पार्टी में शामिल हाेने पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि खनन माफिया को पार्टी में शामिल कर भाजपा ने जता दिया है कि वह माफियाओं की संरक्षक है और भ्रष्टाचार का पोषण करती है।
कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने बुधवार को यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि बड़ा सवाल है कि रेड्डी के खिलाफ 20 मामले लंबित हैं और भ्रष्टाचार करने के अनेक साक्ष्य होने के बावजूद उन्हें बचाया जा रहा है। सरकार को बताना चाहिए कि जब उनके खिलाफ सबूत भी है तो फिर उनके लिए लाल कालीन क्यों बिछाई जा रही है।
उन्होंने प्रश्न किया कि क्या मोदी सरकार अपने इस कदम से भ्रष्टाचार को ख़त्म करने के दावों को खोखला करार नहीं कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमेशा कहते हैं- मैं जनता-जनार्दन के लिए खुद को खपा रहा हूं। वह जनता के लिए खपते कभी नहीं दिखे लेकिन जनार्दन रेड्डी के लिए खपते हुए जरुर दिख रहे हैं। रेड्डी के ऊपर 35 हजार करोड़ रुपए के घोटाले का आरोप है और उस पर सीबीआई समेत 20 मामले लंबित हैं। जंगलों और खदानों में अवैध खनन कर उसने उन्हें बर्बाद कर दिया है।
प्रवक्ता ने कहा कि यह वही जनार्दन रेड्डी है, जिसके बारे में एक जज ने कहा था कि उसने बेल लेने के लिए 40 करोड़ रुपए की रिश्वत ऑफर की थी। बेल्लारी बंधु- हम तीन दशक से ये नाम सुन रहे हैं। साल 1998 में इन्होंने सुषमा स्वराज जी के चुनाव की तमाम जिम्मेदारी संभाली और चुनाव के बाद भाजपा ने इन्हें संभाल लिया। येदियुरप्पा और इनकी जुगलबंदी मशहूर है और इसी जुगलबंदी के कारण लौह अयस्क और अवैध खनन की ऐसी लूट मची कि ‘येड्डी- रेड्डी गैंग’ मशहूर हो गया। फिर 2011 से 2017 के बीच इनकी कई बार गिरफ्तारी भी हुई।
उन्होंने कहा कि अब ये भाजपा में शामिल हो गए हैं, सीबीआई इन्हें ऐसी क्लीनचिट देगी कि हर सफेदी फीकी पड़ जाएगी। जनार्दन रेड्डी ने भाजपा में शामिल होते ही कहा- मैं अपनी जड़ों में लौटकर आ गया हूं। समझिए कि इनके भ्रष्टाचार की जड़ कहां है। इलेक्टोरल बॉन्ड के गैरकानूनी करार दिए जाने के बाद जनार्दन रेड्डी को पार्टी में शामिल करना भाजपा का प्लान-बी है। यानी अब सीधी पार्टनरशिप.. खाएंगे और खिलाएंगे।