नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह का गुरुवार देर शाम राष्ट्रीय राजधानी के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स में उपचार के दौरान निधन हो गया। वे 92 वर्ष के थे।
डॉक्टर सिंह को सांस लेने में तकलीफ के कारण एम्स में भर्ती कराया गया था। एम्स ने एक विज्ञप्ति में बताया कि डॉक्टर सिंह को 8 बजकर 5 मिनट पर अस्पताल लाया गया और उन्हें तुरंत चिकित्सा प्रदान की गई। डॉक्टरों के अथक प्रयास के बावजूद डॉ सिंह का 9 बजकर 51 मिनट पर निधन हो गया। डॉ सिंह इसी वर्ष अप्रैल में राज्यसभा से सेवानिवृत हुए थे। सिंह का जन्म 26 सितंबर 1932 को पंजाब (अब पाकिस्तान) में हुआ था।
डॉक्टर सिंह के निधन का समाचार मिलने पर केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा और कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा अस्पताल पहुंची। कांग्रेस ने आगामी सभी कार्यक्रम रद्द किए। कर्नाटक के बेलगावी में चल रही कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की बैठक को रद्द कर दिया गया है।
27 दिसंबर को होने वाले सभी कांग्रेस कार्यक्रम भी स्थगित कर दिए गए हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे बेलगावी से दिल्ली रवाना हो गए हैं।
देशभर में सिंह के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया जा रहा है। विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने डॉ. सिंह के निधन को देश की अपूरणीय क्षति बताया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं ने उनके निधन पर संवेदनाएं व्यक्त की हैं। राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ किसनराव बागडे ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन सिंह के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपने संदेश में लिखा कि भारत अपने सबसे प्रतिष्ठित नेताओं में से एक डॉ. मनमोहन सिंह जी के निधन पर शोक मना रहा है। साधारण परिवार से उठकर वह एक प्रतिष्ठित अर्थशास्त्री बने। उन्होंने वित्त मंत्री सहित विभिन्न सरकारी पदों पर कार्य किया और वर्षों तक हमारी आर्थिक नीति पर एक मजबूत छाप छोड़ी। संसद में उनका हस्तक्षेप भी व्यावहारिक था। हमारे प्रधानमंत्री के रूप में, उन्होंने लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए व्यापक प्रयास किए।
मनमोहन सिंह का जीवन परिचय
डॉ. सिंह वर्ष 2004 से वर्ष 2014 तक प्रधानमंत्री रहे। इससे पहले वह वित्त मंत्री और वित्त सचिव भी रह चुके हैं। नरसिम्हा राव की सरकार के दौरान अर्थव्यवस्था के उदारीकरण में उनकी केंद्रीय भूमिका मानी जाती है।
डॉ. सिंह का जन्म 26 सितंबर 1932 को अविभाजित भारत के पंजाब प्रांत के एक गांव में हुआ था। उन्होंने वर्ष 1948 में पंजाब विश्वविद्यालय से मेट्रिक की शिक्षा पूरी की। बाद में उन्होंने ब्रिटेन के कैंब्रिज विश्वविद्यालय से शिक्षा प्राप्त की।
वर्ष 1957 में उन्होंने अर्थशास्त्र में प्रथम श्रेणी से ऑनर्स की डिग्री अर्जित की। इसके बाद वर्ष 1962 में उन्होंने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के नूफिल्ड कॉलेज से अर्थशास्त्र में डी.फिल किया। डॉ. सिंह और उनकी पत्नी गुरशरण कौर की तीन बेटियां हैं।
देश के चौदहवें प्रधानमंत्री डॉ. सिंह अपनी नम्रता, कर्मठता और कार्य के प्रति प्रतिबद्धता के लिए जाने जाते हैं। मनमोहन सिंह साल वर्ष 1971 में वाणिज्य मंत्रालय में आर्थिक सलाहकार के रूप में शामिल हुए। वर्ष 1972 में उनकी नियुक्ति वित्त मंत्रालय में मुख्य आर्थिक सलाहकार के रूप में हुई।
डॉ. सिंह ने वित्त मंत्रालय के सचिव, योजना आयोग के उपाध्यक्ष, भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर, प्रधानमंत्री के सलाहकार, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष के तौर पर भी काम किया। वह वर्ष 1991 से वर्ष 1996 तक वित्त मंत्री रहे।
डॉ. सिंह को कई पुरस्कारों और सम्मानों सम्मानित किया गया। इनमें से नागरिक सम्मान पद्म विभूषण, भारतीय विज्ञान कांग्रेस का जवाहरलाल नेहरू जन्म शताब्दी पुरस्कार, वर्ष के वित्त मंत्री के लिए एशिया मनी अवार्ड, वर्ष के वित्त मंत्री के लिए यूरो मनी अवार्ड, कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय का एडम स्मिथ पुरस्कार, कैम्ब्रिज के सेंट जॉन्स कॉलेज में विशिष्ट प्रदर्शन के लिए राइट पुरस्कार शामिल है।
डॉ. सिंह को जापानी निहोन किजई शिम्बुन एवं अन्य संघों द्वारा सम्मानित किया जा चुका है। डॉ. सिंह को कैंब्रिज एवं ऑक्सफ़ोर्ड तथा अन्य कई विश्वविद्यालयों द्वारा मानद उपाधियां प्रदान की गई।