पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सपरिवार रामलला के किए दर्शन

अयोध्या। पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने श्रीरामजन्मभूमि पर भव्य मंदिर में विराजमान रामलला का शनिवार को सपरिवार दर्शन-पूजन किया। कोविंद दो दिवसीय धार्मिक यात्रा पर अयोध्या धाम आए हुए थे। उन्होंने राम मंदिर में विराजमान रामलला का सपरिवार दर्शन-पूजन किया।

श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट महासचिव चंपत राय ने पूर्व राष्ट्रपति एवं उनके साथ आए हुए लोगों का स्वागत-सत्कार किया। उसके बाद रामनाथ कोविंद द्वारा रायगंज स्थित दिगंबर जैन मंदिर में भगवान श्रीऋषभदेव का भी दर्शन-पूजन किया गया। ऋषभदेव भगवान का दर्शन-पूजन किया।

उन्होंने बताया कि जैन संत प्रथमाचार्य शांतिसागर महाराज के आचार्य पदारोहण शताब्दी वर्ष अन्तर्गत रथ का प्रवर्तन शुभारंभ पवित्र भूमि अयोध्या से हरी झण्डी दिखाकर किया गया। गणिनीप्रमुख ज्ञानमती माता के समक्ष पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ने आध्यात्मिक चर्चा करते हुए कहा कि अयोध्या पावन एवं पवित्र भूमि है।

यहां पर आने वाला हर व्यक्ति आत्मिक अनुभूति प्राप्त करता है। ज्ञान और ध्यान की यह पवित्र धरती आध्यात्मिक ऊर्जा से ओतप्रोत है। जहां पर भगवान ऋषभदेव सहित पांच जैन तीर्थंकर भगवन्तों ने जन्म लिया। प्रभु राम जहां के कण-कण में समाए हैं। देश और दुनिया के कोने-कोने से यहां पर हर व्यक्ति रामभक्त के रूप में पहुंच रहा है। जहां जैन साध्वी ज्ञानमती माता का प्रवास चल रहा है। माता जी ने चर्चा के अन्तर्गत अहिंसा एवं शाकाहार पर बल देते हुए कहा कि हर व्यक्ति को अपने जीवन में शाकाहार, सदाचार, व्यसन मुक्त, स्वयं एवं समाज के निर्माण में सहयोग देना चाहिए।

समिति के मंत्री विजय कुमार जैन ने बताया कि पूर्व राष्ट्रपति का सम्मान समिति के पीठाधीश एवं अध्यक्ष कर्मयोगी स्वस्तिश्री रवीन्द्रकीर्ति स्वामी ने प्रतीक चिन्ह देकर किया। प्रशस्ति पत्र कैलाशचंद जैन सर्राफ लखनऊ, विजय कुमार जैन, डॉ. जीवन प्रकाश जैन, आदीश कुमार जैन ने दिया। पूर्व राष्ट्रपति अपने परिजनों-रिश्तेदारों संग 17 मई को अयोध्याधाम पहुंचे थे, जहां उन्होंने दिगंबर जैन मंदिर रायगंज के गेस्ट हाउस में रात्रि विश्राम किया।

अगले दिन यानी आज सभी लोगों संग सर्वप्रथम भगवान श्रीराम मंदिर, कनक भवन एवं दशरथ महल आदि जगह दर्शन-पूजन व भ्रमण किया। उसके बाद जैन मंदिर वापस पहुंचे। पूर्व राष्ट्रपति दिल्ली के लिए वंदे भारत ट्रेन से प्रस्थान कर गए। इस अवसर पर अमरचंद जैन, ऋषभ जैन-तहसील फतेहपुर, मनोज जैन, पंकज जैन, योगेश जैन, जितेन्द्र जैन, अनिल जैन, अतुल जैन, मुकुल जैन, आदीश जैन, शैंकी जैन आदि मौजूद रहे।