जयपुर। पूर्व राज्यपाल एवं राजस्थान की पूर्व उपमुख्यमंत्री कमला बेनीवाल का बुधवार को यहां निधन हो गया। वह करीब 97 वर्ष की थी और उन्होंने जयपुर के फोर्टिस अस्पताल अंतिम सांस ली। वह गुजरात की राज्यपाल रही और इससे पहले वह राजस्थान में उपमुख्मंत्री रही। उन्होंने सात बार विधानसभा का चुनाव जीता और राजस्थान की पहली महिला मंत्री बनने का गौरव हासिल किया।
कमला राज्य में कांग्रेस की वयोवृद्ध नेता थी और उनका जन्म राजस्थान के झुंझुनूं जिले के गोरिर गांव में एक जाट परिवार में हुआ। उन्होंने ग्यारह साल की उम्र में भारत छोड़ो आंदोलन में भी हिस्सा लिया।
उन्होंने 1954 में 27 वर्ष की उम्र में विधानसभा चुनाव जीतकर राजस्थान सरकार में पहली महिला मंत्री बनीं। इसके बाद भी वह कई विभागों की मंत्री बनने के साथ प्रदेश की उपमुख्यमंत्री भी बनी। उन्हें वर्ष 2009 को गुजरात की राज्यपाल बनाया गया और उस समय गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी थे। इससे पहले वह त्रिपुरा की राज्यपाल थी।
कमला के पुत्र आलोक बेनीवाल भी विधायक रह चुके हैं। कमला बेनीवाल के निधन पर राज्यपाल कलराज मिश्र ने शोक व्यक्त किया है। मिश्र ने ईश्वर से उनकी आत्मा को शांति प्रदान करने और परिजनों को यह भारी दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करने की कामना की।
मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने भी डा कमला के निधन पर दुख जताया और कहा कि उनका निधन का समाचार अत्यंत दु:खद है और मेरी संवेदनाएं शोकाकुल परिजनों के साथ हैं। उन्होंने प्रभु श्रीराम से प्रार्थना की कि दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान और शोक संतप्त परिजनों को यह दु:ख सहने की शक्ति प्रदान करें।
विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने उनके निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त की और कहा कि डॉ. कमला कुशल प्रशासक एवं जनप्रतिनिधि थी। वह राज्य सरकार में उपमंत्री, राज्यमंत्री, मंत्री और उपमुख्यमंत्री रहीं। राजनीति के क्षेत्र में उनका लम्बा अनुभव था। वह सात बार विधायक रही। राजस्थान विधानसभा की विभिन्न समितियों की वे सभापति और सदस्य भी रहीं।
डॉ. कमला ने स्वतन्त्रता आन्दोलन में भी भाग लिया। देवनानी ने कहा कि डॉ कमला ने अन्तर्राष्ट्रीय सहकारी महिला समिति, राष्ट्रीय महिला सहकारी समिति और अखिल भारतीय सहकारी संघ की सदस्य और राज्य सहकारी संघ की अध्यक्ष रहकर सहकारिता आन्दोलन को गति प्रदान की।
इसी तरह पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी डा कमला के निधन पर गहरा दुख प्रकट किया। गहलोत ने कहा कि कांग्रेस की वरिष्ठ नेता, त्रिपुरा, गुजरात एवं मिजोरम की पूर्व राज्यपाल तथा राजस्थान की उपमुख्यमंत्री रहीं श्रद्धेय डॉ. कमला बेनीवाल के निधन के समाचार से मुझे गहरा आघात लगा है। कमलाजी का व्यक्तित्व बहुआयामी रहा एवं उन्होंने राजनीति के अलावा भी हर क्षेत्र में अनुकरणीय कार्य किए।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के रूप में मेरे प्रथम कार्यकाल के दौरान वो मेरे मंत्रिमंडल में वरिष्ठ साथी थीं। इस दौरान मुझे उनसे बहुत कुछ सीखने को मिला। वो एक कुशल प्रशासक, ओजस्वी वक्ता एवं सशक्त नेतृत्व देने वाली नेता थीं। कांग्रेस विचारधारा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता एवं निष्ठा एक मिसाल है। गुजरात में राज्यपाल के तौर पर उन्होंने संवैधानिक मूल्यों की रक्षा करते हुए उस पद की गरिमा को और बढ़ाया। कमला बेनीवालजी का मेरे प्रति आत्मीय स्नेह एवं मेरे ऊपर आशीर्वाद रहा। मैं जयपुर के मालवीय नगर स्थित उनके आवास पर उनकी कुशलक्षेम जानने एवं आशीर्वाद तथा मार्गदर्शन लेने अक्सर जाया करता था। उन्होंने ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति एवं परिजनों को हिम्मत देने की कामना की।
उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने भी डा कमला के निधन पर दुख जताया। उन्होंने ईश्वर से दिवंगत आत्मा काे अपने श्री चरणों में स्थान देने और शोक संतप्त परिजनों को यह दुख सहने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की। आम आदमी पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष डा सुनील धायल ने भी डा कमला के निधन पर दुख जताया। इसी तरह अन्य कई नेताओं ने भी डा कमला के निधन पर गहरा दुख प्रकट किया हैं।