सफलता के दोहरे सूत्र हैं समय प्रबंधन और स्वयं से प्रतिस्पर्धा : शिखा गुप्ता

पूर्व आरएएस अधिकारी का विद्या भारती के प्रतिभावान विद्यार्थियों से संवाद
अजमेर। समय का उचित प्रबंधन अर्थात किस समय कौन सा कार्य करना इस बात का विवेक जागरण और अपनी प्रतिस्पर्धा स्वयं से ही करते हुए प्रतिदिन अपने आप को और अधिक बेहतर बनाते रहना इन दो सूत्रों को प्रारंभ से ही जीवन में स्वीकार कर लिया जाए तो इच्छित सफलताएं जीवन में अर्जित की जा सकती है।

यह विचार बुधवार को शहीद अविनाश माहेश्वरी उच्च माध्यमिक विद्यालय भगवानगंज में दिनांक 27 दिसंबर से 3 जनवरी तक आयोजित विद्या भारती राजस्थान क्षेत्र के प्रतिभा विकास शिविर के उपांत्य दिवस पर आयोजित संवाद कार्यक्रम में राजस्थान प्रशासनिक सेवाओं की पूर्व अधिकारी शिखा गुप्ता ने व्यक्त किए।

उन्होंने विद्या भारती राजस्थान के पूरे प्रदेश से आए बोर्ड परीक्षा के मेरिटोरियस विद्यार्थियों से संवाद करते हुए कहा की आपके जीवन में प्राप्त होने वाली सफलता और असफलता में सबसे मुख्य भूमिका आपकी स्वयं की ही होती है शेष सभी केवल आपके सहयोगी मात्र होते हैं।

उन्होंने उपस्थित छात्रों के साथ अपना अनुभव साझा करते हुए कहा की वे स्वयं भी विद्या भारती जयपुर की पूर्व छात्र के रूप में इसी प्रकार के प्रतिभा विकास शिविर का हिस्सा रही हैं जिसने जीवन में कई श्रेष्ठ मूल्यों का संवर्धन किया है।

शिविर के प्रभारी नवीन झा ने जानकारी देते हुए बताया की विद्या भारती राजस्थान संपूर्ण प्रदेश भर में 1000 से अधिक विद्यालयों का संचालन करती है इन विद्यालयों में परीक्षा के माध्यम से जो बोर्ड परीक्षा में उत्तम परिणाम योग्य भैया बहन हैं।

उनकी विशेष तैयारी के लिए प्रतिवर्ष सात दिवसीय प्रतिभा विकास वर्ग का आयोजन किया जाता है इस वर्ष इसका आयोजन अजमेर में किया जा रहा है। इस वर्ग का समापन 3 जनवरी को होगा। संवाद कार्यक्रम में अखिल भारतीय सह प्रशिक्षण प्रमुख राममनोहर शर्मा सूत्रधार रहे।