बहराइच में हिंसा और तनाव के बीच मृतक का अंतिम संस्कार

बहराइच। उत्तर प्रदेश में बहराइच के महसी क्षेत्र में मूर्ति विसर्जन जुलूस के दौरान पथराव और फायरिंग की घटना में युवक की मृत्यु के बाद भड़की हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) अमिताभ यश और गृह सचिव संजीव गुप्ता बहराइच के महराजगंज पहुंच चुके हैं और हिंसा को काबू करने के प्रयास किये जा रहे हैं। इस बीच हिंसा के शिकार गाेपाल मिश्रा का अंतिम संस्कार कड़े सुरक्षा बंदोबस्त के बीच कर दिया गया है।

पुलिस ने इस मामले में छह नामजद और चार अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। क्षेत्र में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। स्थिति इतनी गंभीर है कि आसपास के स्कूल, बाजार बंद हैं और चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा बल तैनात है। हिंसा में मारे गए युवक गोपाल मिश्रा के शव का सोमवार सुबह पोस्टमार्टम किया गया।

शव परिजनों को सौंपे जाने के बाद भीड़ और आक्रोशित हो गई। हजारों की संख्या में लोग शव लेकर तहसील की ओर बढ़ गए। इस बीच कुछ दुकानो में आगजनी की गयी। भीड़ हिंसा में शामिल लोगों की अविलंब गिरफ्तारी की मांग कर रही थी।

महाराजगंज बाजार, रेहुआ मंसूर गांव और आसपास के करीब दो दर्जन से ज़्यादा गांव के लोग लाठी, डंडे से लैस होकर प्रदर्शन में शामिल हैं। हालात को देखते हुए कमिश्नर, जिलाधिकारी, पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस उपमहानिरीक्षक समेत सभी आला अधिकारी इलाके में डेरा डाले हुए हैं। हिंसा में दर्जन भर लोग घायल हुए थे, जिनका इलाज चल रहा है।

इस मामले में अब तक करीब 25 संदिग्धों को हिरासत में लिया है। घटना के बाद से पूजा कमेटी लगातार आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़ी रही, देर रात तक आरोपियों को फांसी देने के नारे सड़कों पर गूंजते रहे। देर रात तक प्रदर्शन और जगह-जगह आगजनी की घटनाएं सामने आई हैं। पुलिस और प्रशासन बैकफुट पर नजर आया। एक साथ पूरे जिले में शुरू हुए विरोध प्रदर्शनों ने आला अधिकारियों को भी सकते में डाल दिया।

पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला ने बताया कि अपने दायित्यों में लापरवाही को लेकर एसएचओ और महसी चौकी प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है। घटनाक्रम की सघन जांच चल रही है। कर्तव्यों में लापरवाही बरतने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। हालांकि, एसपी की कार्रवाई के बाद भी लोगों में आक्रोश बना हुआ है।

जिलाधिकारी मोनिका रानी ने कहा कि हम हालात को काबू करने के प्रयास कर रहे हैं। उधर, डीजीपी लॉ एंड आर्डर अमिताभ यश बेकाबू भीड़ को सडक पर खदेड़ते नजर आए। लोगों का कहना है कि थाने की पुलिस के साथ-साथ सीओ रुपेन्द्र गौड़ ने भी लापरवाही बरती और लाठियां भांजी। लोग इनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

एसपी की अगुवाई में महाराजगंज कस्बे में हंगामा करने वालों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है। पुलिस ने कस्बे में घेराबंदी कर रखी है और संदिग्धों को पकड़ने का प्रयास कर रही है।

एसपी ने हंगामे के पीछे की वजहों का पता लगाने के लिए जांच के आदेश भी दिए हैं। पुलिस ने हिंसा में शामिल अब्दुल हमीद,रिंकू उर्फ सरफराज, फहीम,राजा उर्फ ताहिर खान, मारुफ अली के अलावा चार अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।