अजमेर/गोपालगंज। बिहार की गोपालगंज जिला पुलिस ने विशेष कार्य बल (एसटीएफ) की मदद से तिहाड़ जेल में बंद गैंगेस्टर लॉरेंस बिश्नोई के गिरोह के एक सदस्य को राजस्थान के अजमेर से गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस सूत्रों ने गुरुवार को यहां बताया कि लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के सदस्य की पहचान राजस्थान के अजमेर जिले के मांगलियावास थाना क्षेत्र के केसरपुर गांव निवासी दिनेश सिंह रावत के रूप में की गई है। दिनेश सिंह रावत को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस उसे गोपालगंज लेकर पहुंच चुकी है, जहां राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और बिहार आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) की टीम उससे पूछताछ कर रही है।
पूछताछ में दिनेश सिंह ने कई अहम खुलासे किए है। गैंगस्टर लॉरेंस से जुड़े कई और सदस्यों का नाम सामने आया है, जिसकी तलाश में मुजफ्फरपुर और राजस्थान में पुलिस टीम छापामारी कर रही है। गोपालगंज पुलिस अब तक की कार्रवाई में लॉरेंस बिश्नोई और अमन साहू गैंग से जुड़े तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर चुकी है।
सूत्रों ने बताया कि लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के अबतक तीन सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस के अनुसंधान में झारखंड के जेल में बंद गैंगेस्टर अमन साहू से कनेक्शन जुड़े होने की बात सामने आई है, जिसके बाद एनआईए और एटीएस, एसटीएफ की टीम तीनों गुर्गों से पूछताछ कर रही है।
पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने यहां बताया कि जेल में बंद दो गुर्गों को भी पुलिस ने रिमांड पर ले लिया है, जिनसे लगातार पूछताछ चल रही है। पूछताछ में गिरोह के अन्य सदस्यों के नाम सामने आए हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए राजस्थान और मुजफ्फरपुर में छापेमारी चल रही है।
उल्लेखनीय है कि 22 जुलाई को गोपालगंज पुलिस ने उत्तर प्रदेश-बिहार सीमा के बलथरी चेकपोस्ट के पास नगालैंड की बस से दो अपराधियों को ऑस्ट्रिया निर्मित चार विदेशी पिस्तौल के साथ गिरफ्तार किया था। इनमें राजस्थान के अजमेर जिले के कमल राव और बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के गायघाट थाना क्षेत्र के बोवारी गांव निवासी संतनु शिवम ने पुलिस को पूछताछ में तिहाड़ जेल में बंद गैंगेस्टर लॉरेंस बिश्नोई के लिए काम करने की बात कही थी। दोनों ने मोतिहारी एवं मुजफ्फरपुर में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए पूर्व में रेकी भी की थी।