अजमेर। माली सैनी समाज अपनी सामाजिक धरोहरों व संपत्ति की सार संभाल तथा उनके संरक्षण के लिए कटिबद्ध है। यह संकल्प रविवार को ट्रस्ट कमेटी मन्दिर श्री नर्बदेश्वर महादेव पुष्कर पंचायत क्षत्रिय फूल मालियान अजमेर की रविवार को हुई आमसभा में सभी सदस्यों व समाज के उपस्थित गणमान्यजनों ने दोहराया।
तेजाजी के देवली ऊसरी गेट स्थित ट्रस्ट के कार्यालय होली स्नेह मिलन के साथ ही आमसभा के निर्धारित एजेंडे के तहत मंत्री भानू प्रताप कछावा ने अध्यक्ष की अनुमति से कार्रवाई आरंभ करवाई।
ट्रस्ट के मालिकाना हक वाली सम्पत्ति में काबिज किराएदारों द्वारा नगर निगम से पट्टे लेने की कोशिश तथा उनके आवेदन को सजगता के साथ रुकवाने में पूर्व महापौर धर्मेंद्र गहलोत व समाज के वर्तमान पार्षदों के प्रयासों से अवगत कराया गया। ट्रस्ट हित में इस बारे में आगामी कार्यवाही के लिए बालमुकुंद टाक व भानुप्रताप कछावा को जिम्मेदारी सौंपी गई।
धर्मेंद्र गहलोत ने बताया कि ट्रस्ट कमेटी मन्दिर के देव स्थान विभाग अजमेर व उदयपुर न्यायालय में पुष्कर स्थित धर्मशाला के स्वामित्व को लेकर चल रहे प्रकरण के लिए उदयपुर का ही वकील नियुक्त करने पर एकराय बनी ताकि ट्रस्ट पर आर्थिक बोझ न आए।
आमसभा में नए सदस्यों के प्रार्थना पत्र स्वीकार किए जाने के साथ ही ट्रस्ट की सदस्य संख्या बढकर 228 हो गई। सदस्यता अभियान फिर शुरू करने पर भी चर्चा की गई तथा ट्रस्ट हित ने नए सदस्यों को जोडा जा सके। नए सदस्य बनाए जाने की प्रक्रिया विधिवत जारी रखे जाने पर सभी ने सहमति जताई। अध्यक्ष महेश चौहान व कोषाध्यक्ष नौरत कछावा ने ट्रस्ट के बैंक खातों में जमा एफडी समेत जमा राशि से अवगत कराया।
ट्रस्ट के चुनाव को आगामी कुछ माह के लिए स्थगित करने पर एक राय बनी ताकि ट्रस्ट के नए संविधान के लिए गठित कमेटी काम पूरा कर इसे पंजीकृत करवा सके। इसके उपरांत चुनाव कराए जाएं। संविधान के सम्बंध में सदस्य मोहन सिंह टांक ने सुझाव रखे। ट्रस्ट की आगामी बैठक 2 जून को आयोजित किया जाना निश्चित हुआ।
आमसभा के अंत मे अध्यक्ष महेश चौहान ने सदस्यों का आभार व्यक्त किया तथा सभी भोजन प्रसादी का आनन्द लिया। ट्रस्ट के कार्यकारिणी सदस्यों में कन्हैयालाल उबाना, धर्मेंद्र सिंह चौहान, हनुमान प्रसाद कछावा, टीकम टांक, आशा तूनवाल, सुषमा चौहान उपस्थित थे। ट्रस्ट सदस्यों के रूप में पार्षद नरेंद्र तुनवाल, बालमुकुंद टांक, दिलावर चौहान, हनीश मारोठिया, विनोद गढवाल, जयदेव सांखला, घीसूलाल गढवाल, भागचंद, रवि शंकर उबाना, हेमराज खारोलिया समेत बडी संख्या में शिरकत की।