सदगुरू बाबा ईसरदास साहिब जी का शताब्दी वर्सी महोत्सव का भव्य शुभारंभ

शोभा व कलश यात्रा निकली, श्री रामकथा का विधिवत पूजन
रामलीला के मंचन से भाव विभोर हुए श्रद्धालु
अजमेर। बाबा ईसरदास साहिब के शताब्दी महोत्सव के शुभारंभ पर अजयनगर स्थित बालाजी मन्दिर परिसर से विशाल शोभायात्रा संत महात्माओं व मातृशक्ति द्वारा कलश यात्रा निकाली गई। जयकारों की गूंज के बीच धर्म ध्वजा फहराते हुए कलश यात्रा अजयनगर के विभिन्न मार्गों से होते हुए ईश्वर मनोहर उदासीन आश्रम पहुंची। मार्ग में सामाजिक, धार्मिक, शैक्षणिक व व्यापारिक संगठनों के पदाधिकारियों ने शोभा यात्राा का स्वागत पुष्पवर्षा व प्रसाद वितरण कर किया।

पण्डित राजू महाराज ने भी पीपलेश्वर महादेव आरती का पूजन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। सुबह महामण्डलेश्वर हंसराम उदासीन, महंन्त स्वरूपदास व संत महात्माओं के सान्निध्य में आश्रम स्थान पर रामायण के मूल पाठ का विधिवत पूजन कर 21 ब्राहमणों ने पाठन किया।

श्रीराम कथा का भव्य शुभारंभ

स्वामी अशोकानन्द ने श्रीराम कथा के प्रसंग सुनाते हुए कहा कि महादेव बनने के लिए विष पीना पड़ता है और जब विष गले के अंदर उतरता है तो वह विश्राम बन जाता है। संतों की दृष्टि जहां पड़ जाए, जिस जगह पड़ जाए, उसका जीवन धन्य हो जाता है।

प्रथम दिवस रामकथा में भगवान शिव व सृष्टि पर प्रसंग सुनाए गए। कथा दोपहर 2.30 सेे 5.30 बजे तक होगी। 24 पण्डितों की मण्डली ने व्यवस्था की है। भण्डारे की सेवा हरी सेवा सनातन उदासीन आश्रम भीलवाड़ा के सहकार से हुआ।

लाइव टेलिकास्ट व एलईडी पर भी व्यवस्था

आश्रम से जुड़े भक्तों के लिए कथा स्थल पर हॉल के अलावा बाहर बड़े पाण्डाल में एलईडी की व्यवस्था की गई है, जिसमें माताएं व बहने बैठकर कथा का श्रवण कर सकती हैं। वहीं दूसरी तरफ आश्रम के यूट्यूब चैनल पर लाइव प्रसारण किया जा रहा है, जिससे देश-विदेश में रहने वाले सनातनी भी आनन्द उठा सकते हैं।

वृन्दावन से आए कलाकार कर रहे रामलीला का मंचन

संत गौतम सांई ने बताया कि रामलीला का मंचन उतरप्रदेश वृन्दावन से श्री करूणामयी रामलीला मण्डल के कलाकार व पण्डित द्वारा प्रथम दिवस पर रामलीला में रामजन्म से पूर्व भगवान विष्णु व नारद का संवाद किया गया। वहीं भगवान श्रीराम के प्रदर्शनी भी रखी गई है। रामलीला रोजाना 11 जनवरी तक रात्रि 8 से 10 बजे तक होगी।

11 जनवरी तक श्रीराम कथा ज्ञान यज्ञ व रामलीला का मंचन निरंतर जारी रहेगा। 11 व 12 जनवरी को देश भर से आए संत महात्माओं का धर्म संसद व संत दर्शन के साथ 13 जनवरी को यज्ञ अनुष्ठान, संत आशीर्वाद, समाधि पूजन, आरती प्रार्थना, पल्लव का आयोजन किया जाएगा।

संतों का मिला आशीर्वाद

महामण्डलेश्वर हंसराम उदसीन के तीर्थराज पुष्कर के महन्त हनुमानराम, किशनगढ़ से महन्त श्यामदास, सतना महन्त खिमयादास, रीवा से स्वामी हंसदास, संत स्वरूपदास, हरिद्वार से महंत गंगादास, सहित अजमेर के श्रीराम विश्वधाम के महन्त अर्जुनदास, तुलसी किशनधाम के स्वामी ईसरदास, संतदास, मनोहरदास, निर्मलधाम के स्वामी आत्मदास, जतोई दरबार के भाई फतनदास सहित संत महात्मा सम्मिलित थे।

समारोह में विधायक अनिता भदेल, कवंल प्रकाश किशनानी, महेन्द्र कुमार तीर्थाणी, नरेन शाहणी भगत, मोहन लालवाणी, महेश हिंगोराणी, पार्षद हेमलता खत्री, रश्मि हिंगोराणी, रमेश चेलाणी, शंकर सबनाणी, कन्हैयालाल खानचंदाणी, राजू किशनानी, नरेन्द्र बसराणी, घनश्याम आडवाणी, वर्षा बादलाणी, रिया ज्ञानाणी, वीना बदलाणी, जितेन्द्र रंगवाणी, हरिकिशन टेकचंदाणी, रूकमणी वतवाणी, भीष्म मोदियाणी, प्रकाश मूलचंदाणी, अजीत पमनाणी, रमेश मूलचंदाणी, राम बालवाणी, दीपक बालाणी, रमेश कलयाणी, कुमकुम छतवाणी, केटी वाधवाणी, भगवान साधवाणी,घनश्याम भगत, अशोक मंगलाणी, चन्द्रप्रकाश भगत सहित वीसनगर, कोटा, जोधपुर, जयपुर, अहमदाबाद, भीलवाडा कार्यकर्ता उपस्थित रहे।