यरुशलम। इज़राइल ने शनिवार को फिलीस्तीन उग्रवादी संगठन हमास के हमले के पीछे ईरान का हाथ होने का आरोप लगाया है और इस गठजोड़ को पराजित करने के इरादे का इज़हार करते हुए कहा है कि वह इस अपराध को भूलेगा नहीं।
इज़रायल के विदेश मंत्री एली कोहेन ने सोमवार देर शाम को इंटरनेट के माध्यम से वैश्विक मीडिया के प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि इज़रायल इस समय युद्ध के बीच है और वह अबतक के सबसे भयावह दौर से गुज़र रहा है।
कोहेन ने कहा कि हमने देखा कि हज़ारों हमास आतंकवादियों ने सीमापार करके इज़राइल के सैनिकों पर हमला कर दिया। उन्होंने कहा कि बीते दशकों में ऐसा हमला कभी नहीं देखा गया। रूस यूक्रेन युद्ध में भी इतनी क्रूरता नहीं हुई, जितना बीते दो दिन में हमास ने दिखायी है।
उन्होंने कहा कि हमास दरअसल ईरान का पिट्ठू है। पूरी दुनिया ने देखा है कि हमास क्या है। विश्व हमास को इतनी आसानी से कभी माफ नहीं कर सकता है। उन्होंने कहा कि गाज़ा की ज़मीन को लेकर कहीं कोई भ्रम या विवाद नहीं है फिर भी उन्होंने इस तरह के हमले को अंजाम दिया। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय ईरान एवं हमास के अपराधों को कभी नहीं भूलेगा और इसे हर हाल में पराजित करेगा क्योंकि इसके अलावा कोई विकल्प नहीं है।