लव जिहाद, धर्मान्तरण के दोषियों को मिले मृत्युदंड : स्वामी हंसराम उदासीन

भीलवाड़ा। लव जिहाद, धर्मान्तरण, ब्लैकमेलिंग तथा अन्य जिहादी मानसिकता पर लगाम कसे जाने के लिए सख्त कदम उठाए जाने की जरूरत है। विजयनगर, नसीराबाद, ब्यावर और हाल ही में भीलवाडा में प्रकाश में आई घटनाओं के बाद हिन्दू समाज आक्रोशित है। राज्य सरकार इन मामले की जांच सीबीआई को सौंपे। मध्यप्रदेश की तर्ज पर राजस्थान में भी लव जिहाद, धर्मान्तरण जैसे मामलों में मृत्युदंड की सजा का कानून बनाया जाए।

हरीसेवा धाम उदासिन आश्रम भीलवाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी हंसराम उदासीन ने यह बात सबगुरु न्यूज से दूरभाष पर बातचीत के दौरान कही। उन्होंने कहा कि सनातन की शक्ति को कोई कम ना आंके। हिन्दू समाज पूरी एकता के साथ लवजिहाद जैसे कृत्य करने वालों का विरोध करेगा। बीते दिनों ऐसी घटनाओं को लेकर कई शहरों और कस्बों तक बंद को आमजन का भरपूर समर्थन मिला। जगह जगह सनातनी सडकों पर उतरे, विरोध प्रदर्शन और रैली निकाली। राज्य सरकार को हिन्दू जनमानस की भावनाओं को समझना ही होगा।

विगत एक माह प्रदेश के अनेकानेक स्थानों पर हिन्दू समाज की बहन बेटियों के साथ समुदाय विशेष के युवकों द्वारा सामूहिक दुष्कर्म, यौनाचार जैसी वारदाते सामने आई हैं। ताजा मामला भीलवाडा में एक युवती को ब्लैकमेल, शारीरिक व मानसिक प्रताडना दिए जाने का संज्ञान में आया।

उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि इस तरह के जघन्य अपराधिक कार्य एक माह ही नहीं बल्कि लंबे समय से पूरे योजनाबद्ध तरीके से चल रहे हैं। लोक लज्जा के भय से हिन्दू बालिकाएं एवं उनके परिवार सामने नहीं आते थे। इससे विधर्मियों के हौसले बुलंद होते रहे। जबरन धर्मान्तरण भी इसी तरह के अपराध का हिस्सा बन गया।

उन्होंने भीलवाडा में हुई घटना का हवाला देते हुए कहा कि इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव की तरह राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को भी ऐसे अपराध करने वालों के लिए मृत्युदंड जैसा कानून बनाना चाहिए।

लव जिहाद के खिलाफ कठोर कानून बनाने की मांग