हरिद्वार। उत्तराखंड के हरिद्वार के कनखल स्थित आश्रम की संपत्ति पर काबिज होने की नीयत से ट्रस्ट की अध्यक्ष साध्वी से दुष्कर्म का अश्लील वीडियो बनाकर वायरल कर देने के आरोप में फरार चल रहे ट्रस्ट के पूर्व महासचिव संत को पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया।
इलाहाबाद हाईकोर्ट में बतौर अधिवक्ता प्रैक्टिस कर चुके आरोपी ने सांसारिक जीवन त्याग कर भगवा धारण किया था। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र सिंह डोबाल हाईप्रोफाइल प्रकरण में आरोपी की गिरफ्तारी होने पर अधीनस्थों की पीठ थपथपाई है।
सितंबर माह में कोर्ट के आदेश पर कनखल के एक आश्रम के ट्रस्ट की अध्यक्ष साध्वी ने मुकदमा दर्ज कराया था। आरोप लगाया था कि ट्रस्ट के अध्यक्ष रहे संत के वर्ष 2021 में ब्रम्हलीन होने के बाद उसे ट्रस्ट का अध्यक्ष चुना गया जबकि दूसरे शिष्य अशोक कुमार वर्मा पुत्र लालमणी निवासी मिर्जापुर मुजफ्फरनगर को महासचिव चुना गया। महासचिव होने के नाते अशोक कुमार वर्मा आश्रम में ही रहने लगा, इसी दौरान उसकी नजदीकी ट्रस्ट की अध्यक्ष साध्वी से हो गई।
समय गुजरने के बाद आश्रम के ट्रस्ट का अध्यक्ष बनने के लिए अशोक ने जाल बिछाना शुरू कर दिया, जिससे खिन्न होकर वर्ष 2022 में ट्रस्ट की अध्यक्ष ने ब्रम्हलीन गुरू की प्रथम पुण्यतिथि के अवसर पर महासचिव को अन्य ट्रस्टियों के बीच महासचिव पद से निष्कासित कर दिया। उस वक्त आरोपी को आश्रम से बाहर कर दिया था।
साध्वी का आरोप था कि निष्कासित किए जाने के बाद भी अशोक से उसका संपर्क बना हुआ था और इस वर्ष मई माह में उसने बहला फुसलाकर उसे नशीली कोल्ड ड्रिंक पिला दी थी, जिसके बाद अगले दिन उसने खुद को एक होटल में पाया था और उसके कपड़े अस्त व्यस्त थे। उसने पुलिस से शिकायत करने की बात कही थी तब उसने उस पर हमला किया था।
बकायदा उसके मोबाइल फोन पर दोनों की अश्लील वीडियो भेजकर वॉयरल कर देने की धमकी दी थी। पुलिस से शिकायत करने पर आश्रम पहुंचे दो पुलिसकर्मियों ने इसे निजी मामला बताकर पल्ला झाड़ लिया था और उसका मजाक बनाया था।
कोर्ट के आदेश पर साध्वी ने इस संबंध में दुष्कर्म, आईटी ऐक्ट समेत प्रभावी धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था। एसएसपी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए सीओ सिटी जूही मनराल को पूरे मामले की जांच सौंपी थी।
एसएसपी ने बताया कि आरोपी अशोक कुमार वर्मा पुत्र लाल मणी वर्मा निवासी गांव सबरी नई दशमी कोतवाली मिर्जापुर मुजफ्फरनगर यूपी हाल निवासी बजरीवाला बैरागी कैंप को गिरफ्तार कर लिया गया। बताया कि आरोपी इलाहाबाद हाईकोर्ट में बतौर अधिवक्ता प्रैक्टिस कर चुका है इसलिए पुलिस को अब तक गच्चा देने में सफल रहा था। बताया जाता है कि उसके मोबाइल फोन से अश्लील वीडियो भी रिकवर हुआ है।