अजमेर। राजस्थान के अजमेर जिले में हरितालिका तीज का पर्व शनिवार को आस्था और विश्वास के साथ मनाया गया। स्नान ध्यान के साथ महिलाओं ने व्रत धारण किया। इस दौरान श्रृंगार कर महिलाओंं ने शिव मंदिर पहुंच कर भगवान शिव व माता पार्वती का विधि विधान पूर्वक दर्शन पूजन किया।
सनातन धर्म में महिलाओं के लिए हरतालिका तीज का व्रत बेहद खास है। यह व्रत सुहागिन महिलाएं पति की लंबी उम्र, सुखद वैवाहिक जीवन और उनके कल्याण के लिए रखती हैं, वहीं कुवांरी कन्याएं हरतालिका तीज व्रत सुयोग्य और मनचाहा वर प्राप्ति के लिए रखती हैं। इसी आस्था और विश्वास के साथ शनिवार को प्रातः काल स्नान ध्यान कर महिलाओं ने निराजल व्रत का संकल्प लिया। शिवालयों में पहुंचकर महिलाओं ने सामूहिक रूप से पूजन किया। शिवालयों पर लगभग दिनभर दर्शन पूजन का क्रम चलता रहा।
मान्यता है कि देवी पार्वती ने भगवान शिव को पति के रुप में प्राप्त करने के लिए हरतालिका तीज व्रत किया था। भाद्रपद मास में शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को व्रत धारण करने वाली महिलाएं दूसरे दिन प्रातःकाल दर्शन पूजन करने के उपरांत व्रत का पारण करेगी। शिवालयों पर जुटी इस आस्था की भीड़ के चलते मेले जैसा माहौल दिखाई दिया। मंदिरों के परिसर में बढ़ी भारी भीड़ के मद्देनजर मेले सा माहौल रहा।
जोगणिया धाम पुष्कर में मनाया लहरिया उत्सव
तीर्थनगरी पुष्कर में माधवनगर स्थित जोगणिया धाम में आज सावन की छोटी तीज के अवसर पर लहरिया उत्सव मनाया गया। धाम के उपासक महंत भंवरलाल ने बताया कि पवित्र श्रावण मास पर धाम में स्थापित चन्द्रश्वर महादेव में गुरु पूर्णिमा पर 51 महिलाओं ने तीर्थ सरोवर पुष्कर के जल से कावड लाकर जलाभिषेक किया था। धाम में सावन की तीज पर सातू बहना, बिजासन मां, बायां सा महाराज के दूज को सिंजारा अर्पण कर तीज मनाई गई। महिला श्रद्धालुओं को लहरिये की साडी, मेहंदी कोन, घेवर व फल का प्रसाद प्रदान किया गया।