हरियाणा-राजस्थान रोडवेज कर्मचारी पुलिस कार्रवाई से प्रताड़ित

सिरसा। हरियाणा पुलिस ने राजस्थान रोडवेज के वाहनों पर गुडग़ांव में पहले दिन काफी चालान किए जिसके कारण शुक्रवार को राजस्थान पुलिस ने भी हरियाणा रोडवेज की बसों के चालान करने आरंभ कर दिए, यह मामला गंभीर होता चला जा रहा है। हरियाणा के परिवहन मंत्री अनिल विज को चाहिए की मामले में हस्तक्षेप कर इसका निस्तारण करें।

हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन के प्रदेश प्रवक्ता पृथ्वी चाहर ने शनिवार को जारी वक्तव्य में कहा कि हरियाणा महिला पुलिस कर्मचारी ने राजस्थान रोडवेज की बस में टिकट न लेने का मामला है, जो महिला पुलिस की सरासर गलत बात है, क्योंकि राजस्थान रोडवेज में हरियाणा पुलिस अलाउड नहीं है।

इस महिला पुलिस के कारण राजस्थान व हरियाणा रोडवेज में जो मतभेद पैदा हुए हैं और जितने चालान काटे हैं, उनको देखते हुए एसपी से आग्रह है कि इस महिला पुलिस के प्रति सख्त से सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। साथ ही हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन हरियाणा सरकार के परिवहन मंत्री से अनुरोध करती है इस घटना को गंभीरता से लेते हुए हस्तक्षेप करे व मामले को सुलझाने का काम करें। अन्यथा रोडवेज कर्मचारियों में इसका रोष बढ़ता जा रहा है।

उन्होंने बताया कि चालान के पैसे रोडवेज के चालकों व परिचालकों पर ना डालकर विभाग खुद वहन करें। अगर हरियाणा रोडवेज के चालकों व परिचालकों को किसी भी प्रकार की परेशानी व चालान के पैसों की रिकवरी डालने का फैसला किया गया तो रोडवेज कर्मचारी बड़ा आंदोलन करने से भी पीछे नहीं हटेंगे।

इसलिए हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन अनुरोध करती है कि हरियाणा सरकार व परिवहन मंत्री स्वयं संज्ञान लेते हुए राजस्थान पुलिस और हरियाणा पुलिस से बातचीत कर इस समस्या का समाधान करे। उन्होंने रोडवेज कर्मचारियों से अपील करते हुए कहा हैं कि अपनी वर्दी पहनकर व लाइसेंस साथ लेकर जाएं।

चाहर ने कहा कि कर्मचारियों के साथ जो बर्ताव किया जा रहा है, वह अशोभनीय है। हरियाणा और राजस्थान रोडवेज के सभी कर्मचारियों से अपील करते हैं कि आपस में अपना भाईचारा ना बिगाड़े तथा रोडवेज कर्मचारियों का मान-सम्मान आपस में पूरा करें।