जयपुर। राजस्थान में राजधानी जयपुर सहित कई जिलों में भारी बरसात के कारण जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया और वर्षाजनित हादसों में दस लोगों की मौत हो गई वहीं करौली के हिण्डौन सिटी में बाढ़ के हालात बन गए। मौसम विभाग ने अगले दो दिनों में कई जिलों में अतिभारी एवं भारी वर्षा की चेतावनी भी दी हैं।
जयपुर में सुबह शुरू हुई बारिश का दौर रुक रुक कर जारी हैं और चारों तरफ पानी ही पानी हो गया एवं सड़कें दरिया बन गई। इस कारण जयपुरवासियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। झमाझम बारिश के कारण सवाई मान सिंह अस्पताल की सड़कों सहित विभिन्न जगहों पर पानी भर गया। झमाझम बारिश का दौर रात तक जारी था।
इसी तरह करौली में दूसरे दिन भी मूसलाधार बरसात के कारण कई कॉलोनियों में पानी भर गया वहीं हिण्डौन सिटी में बाढ के हालात उत्पन्न हो गए। हिण्डौन सिटी में कई लोग अपने घरों की छतो पर शरण ले रखी है। बाजार में तीन से चार फीट तक पानी भरा है। मौके पर प्रशासन और एसडीआरएफ की टीमें बचाव एवं राहत कार्य में लगी हुई हैं और पानी में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
डांग क्षेत्र में भारी वर्षा से नीदर बांध पर पानी की चादर चलने से करौली-मंडरायल मार्ग बाधित हो गया। बारिश के कारण करौली में नदी दरवाजा क्षेत्र में एक मकान की पट्टिया गिर जाने से उसमें चार-पांच लोग दब गए जिसमें जाकिर एवं उनके पुत्र जिया की मृत्यु हो गई। सवाईमाधाेपुर में भी एक व्यक्ति की वर्षाजनित हादसे में मौत हुई हैं।
भरतपुर कलक्टर डा अमित यादव के अनुसार भरतपुर में बयाना उपखंड के पिदावली गांव के पास बाणगंगा नदी में बने गड्ढे में जमा पानी में नहाने गए सात किशोरों एवं युवकों की डूबने से मौत हो गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मूसलाधार वर्षा के कारण करौली के पांचना बांध का जलस्तर बढ जाने से उसके छह गेट खोलकर 35 हजार क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है। करौली कलक्टर नीलाभ सक्सेना ने एसडीआरएफ और सिविल डिफेंस् की टीमों को जल भराव क्षेत्र में राहत एवं बचाव कार्य में लगाया और गणेश गेट गौशाला सहित कई क्षेत्रों से करीब तीन दर्जन लोगों को सुरक्षित स्थान ट्रक यूनियन स्थित महात्मा गांधी मॉडल स्कूल एवं राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय संख्या सात में पहुंचाया गया हैं।
धौलपुर शहर में भी पानी भर जाने से बाड़ी रोड़ और सैंपऊ रोड़ पर हालात खराब हो गए हैं और कई कालोनियों में पानी भर गया हैं। भारी बारिश के बाद जल स्तर बढ जाने के कारण धौलपुर में चम्बन से 2655 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। इसी तरह कोटा बैराज के दो गेट 1़ 83 मीटर तक खोलकर, करौली के पांचना बांध के छह गेट खोलकर पानी की निकासी की जारी हैं। इसी तरह नवनेरा बैराज के 24 गेट खोलकर 38 हजार 766 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।