हेमंत सोरेन तीसरी बार झारखंड के मुख्यमंत्री बनेंगे, चंपाई सोरेन का इस्तीफा

रांची। झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन तीसरी बार झारखंड के मुख्यमंत्री बनेंगे। उन्होंने चंपई सोरेन के मुख्यमंत्री पद से राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को इस्तीफा सौंपने के बाद नई सरकार बनाने का दावा पेश किया। उन्होंने राज्यपाल को विधायकों का समर्थन पत्र भी सौंपा है। राज्यपाल ने हेमंत सोरेन को शपथ ग्रहण के लिए कल दस बजे तक सूचित करने की बात कही है।

इससे पहले राज्य में सत्तारुढ़ दल ने राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से आज मुलाकात का वक्त मांगा। राजभवन से समय मिलने के बाद चंपाई सोरेन व हेमंत सोरेन समेत अन्य नेताओं ने राज्यपाल से मुलाकात की। इसके बाद चंपाई सोरेन ने अपना इस्तीफा सौंप दिया। राज्यपाल ने चंपाई सोरेन का इस्तीफा स्वीकार करते हुए उन्हें नई व्यवस्था होने तक कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रूप में कार्य करते रहने के लिए कहा।

इस मौके पर राजभवन में झारखंड कांग्रेस प्रभारी गुलाम अहमद मीर, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर, विधायक प्रदीप यादव, सत्यानंद भोक्ता, विनोद कुमार सिंह आदि मौजूद थे। इस्तीफा देने के बाद राज भवन से निकलने के बाद संवाददाताओं से बातचीत में चंपाई सोरेन ने कहा कि हमने नेतृत्व परिवर्तन का निर्णय लिया है। पहले मुझे दायित्व दिया गया था।

आज हमने सभी की राय से निर्णय लिया है। हमारा गठबंधन मजबूत है और हम लोग का विचार एक है। हमने स्वेच्छा से इस्तीफा दिया है और हम लोगों ने हेमंत बाबू को नेता चुना है। इससे पहले आज यहां इंडिया गठबंधन के विधायक दल की बैठक में हेमंत सोरेन को आम सहमति से विधायक दल का नेता चुना गया।

झामुमो सूत्रों के अनुसार रांची के कांके रोड स्थित मुख्यमंत्री आवास में आज हुई सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायक दल की बैठक में हेमंत सोरेन को एक बार फिर विधायक दल का नेता चुना गया। इसके अलावा वर्तमान मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन को समन्वय समिति का चेयरमैन बनाने का निर्णय लिया गया।

कांग्रेस के झारखंड प्रभारी गुलाम अहमद मीर और झारखंड प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष राजेश कुमार ठाकुर भी इस बैठक में मौजूद थे। बैठक में गठबंधन के सभी घटक दलों झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल के विधायक शामिल हुए।

उल्लेखनीय है कि हेमंत सोरेन को 31 जनवरी 2024 को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कथित जमीन घोटाला मामले में गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी से पहले तत्कालीन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राजभवन जाकर राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को 31 जनवरी 2024 की रात को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद चंपाई सोरेन नए मुख्यमंत्री बनाए गए थे। चंपाई सोरेन 2 फरवरी 2024 को झारखंड के 12वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी‌।