दुबई। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने भ्रष्टाचार रोधी नियमों के उल्लंघन के लिए ब्रिटेन के एक क्लब क्रिकेटर रिजवान जावेद पर साढ़े 17 साल का प्रतिबंध लगाया है।
आईसीसी ने एमिरेट्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) के भ्रष्टाचार रोधी नियमों के पांच अलग- अलग उल्लंघनों का दोषी पाए जाने पर जावेद पर यह प्रतिबंध लगाने का फैसला किया।
जावेद उन आठ खिलाड़ियों और अधिकारियों में शामिल है जिनके ऊपर वर्ष 2021 में खेली गई अबू धाबी टी-10 लीग के दौरान भ्रष्ट आचरण करने को लेकर सितंबर 2023 में आईसीसी ने आरोप लगाए थे।
इस मामले में बांग्लादेश के नासिर हुसैन पर भी भ्रष्टाचार के आरोप थे लेकिन हुसैन के जांच में सहयोग करने के लिए उन पर दो वर्ष का प्रतिबंध लगाया गया। यह आईसीसी द्वारा किसी खिलाड़ी पर लगाया दूसरा सबसे लंबे समय तक का प्रतिबंध है।
आईसीसी की जांच में जावेद को नियम 2.1.1, 2.1.3, 2.1.4, 2.4.4 और 2.4.6 के तहत दोषी पाया गया है। जावेद पर यह प्रतिबंध उन्हें निलंबित किए जाने की तिथि 19 सितंबर 2023 से लागू होगा।
आईसीसी के जनरल मैनेजर (इंटीग्रिटी) एलेक्स मार्शल ने कहा कि रिजवान को पेशेवर क्रिकेटरों को भ्रष्ट आचरण में लिप्त कराने के प्रयासों के चलते प्रतिबंधित किया गया है। यह प्रतिबंध उन भ्रष्ट लोगों के लिए भी एक कड़ा संदेश है जो क्रिकेट को किसी भी स्तर पर भ्रष्टाचार के दलदल में फंसाने की मंशा रखते हैं।