नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) खेल की गति को नियंत्रित करने के लिए ओवरों के बीच स्टॉप क्लॉक का प्रयोग करेगा।
आईसीसी ने मंगलवार को जारी विज्ञप्ति में बताया कि इस प्रयोग के तहत अगर गेंदबाजी पक्ष एक पारी में एक मिनट के भीतर नया ओवर शुरू करने में तीन बार विफल रहता है तो उस पर पांच रन का जुर्माना लगाया जाएगा।
इस कदम को मुख्य कार्यकारी समिति द्वारा लागू किया जायेगा और यह पुरुषों के एकदिवसीय और टी-20 तक ही सीमित रहेगा और इस दिसंबर और अप्रैल 2024 के बीच छह महीने के लिए ‘परीक्षण के आधार’ पर लागू किया जाएगा।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि घड़ी का उपयोग ओवरों के बीच लगने वाले समय को नियंत्रित करने के लिए किया जाएगा। यदि गेंदबाजी टीम पिछले ओवर के पूरा होने के 60 सेकंड के भीतर अगला ओवर फेंकने के लिए तैयार नहीं है, तो एक पारी में तीसरी बार ऐसा होने पर पांच रन का जुर्माना लगाया जाएगा।
वर्ष 2022 में आईसीसी ने धीमी ओवर गति से निपटने के लिए पुरुष और महिला एकदिवसीय क्रिकेट और टी-20 में मैच जुर्माना लगाया था। वर्तमान में मैच की स्थितियों के अनुसार, दोनों प्रारूपों के लिए मंजूरी यह है कि यदि क्षेत्ररक्षण टीम निर्धारित समय तक अंतिम ओवर शुरू करने में विफल रहती है, तो उन्हें 30-यार्ड घेरे के बाहर एक क्षेत्ररक्षक कम रखना होता है। यह सजा आईसीसी की मैच शर्तों के तहत धीमी ओवर गति के लिए टीमों को दिए जाने वाले आर्थिक जुर्माने के अतिरिक्त है।