जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय भारतीय फिल्म अकादमी पुरस्कार (आईफा) समारोह के दूसरे दिन रविवार को यहां प्रसिद्ध राजमंदिर सिनेमा में शोले फिल्म देखी गई।
आईफा के तहत शोले फिल्म दिखाने के लिए किए गए विशेष आयोजन में रमेश सिप्पी और सूरज बड़जात्या सहित फिल्म से जुड़े कई लोगों ने अपने अनुभव साझा किए। इस मौके पर फिल्म ‘शोले’ और राज मंदिर सिनेमा घर दोनों ही इस साल अपनी गोल्डन जुबली मना रहे हैं।
इस आयोजन में राज्य के उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने भी भाग लिया और कहा कि बचपन से सूरज बड़जात्या की हर फिल्म देखी है। जो फिल्में आप लोगों ने बनाई है, वो यादगार हैं। सुराणा परिवार को बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि मैं यहां बेटी की हैसियत से आई हूं।
राजमंदिर के सुराणा परिवार से हमेशा पारिवारिक नाता रहा है। मुझे याद है। मेरे पिताजी थे, तब से राज मंदिर परिवार से नाता रहा है। मैं यहां डिप्टी सीएम के नाते नहीं बल्कि एक बेटी के तौर पर आई हूं।
उन्होंने कहा कि बहुत खुशी की बात है कि आईफा के 25 साल और राज मंदिर के 50 साल पूरे हुए हैं। इस मौके पर सिनेमा हॉल से जुड़ी अपनी यादों का ज़िक्र करते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा कि राज मंदिर से मेरी बहुत यादें जुड़ी हैं। मेरी कोशिश रहती थी कि बॉक्स में मुझे जगह मिल जाए। उन्होंने सिप्पी और बड़जात्या की फिल्मों की तारीफ करते हुए कहा कि उनकी फिल्में माइलस्टोन है, जिन्होंने इतिहास बनाया है।