लखनऊ। क्विंटन डिकॉक (54) और कप्तान केएल राहुल (82) के बीच 134 रन की शतकीय साझीदारी की मदद से लखनऊ सुपर जायंट्स (एलएसजी) ने टाटा इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 34वें मुकाबले में गत विजेता चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) को पीट कर अपने मनोबल में इजाफा किया।
पीले समंदर में तब्दील इकाना स्टेडियम पर चेन्नई ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारत 20 ओवर में छह विकेट खोकर 176 रन बनाए जिसके जवाब में लखनऊ ने विजय लक्ष्य छह गेंद शेष रहते दो विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया। यह इकाना स्टेडियम के इतिहास में सबसे बड़ा रन चेज रहा।
डिकॉक और राहुल की जोड़ी ने शुक्रवार को 2022 के आईपीएल सत्र की याद दिला दी जब दोनों ने अपने दम पर 210 रन की पार्टनरशिप कर केकेआर के खिलाफ यादगार जीत दर्ज की थी।
केएल राहुल की पारी अब तक के सत्र की सर्वश्रेष्ठ पारी थी, इससे पहले उन्होंने राजस्थान रायल्स के खिलाफ 58 रन बनाए थे। अपनी अर्धशतकीय पारी में उन्होंने 53 गेंद खेल कर नौ चौके और तीन छक्के जड़े। राहुल सीएसके के सफल गेंदबाज पथिराना का शिकार बने जब प्वाइंट पर खडे जडेजा ने उनका कैच एक हाथ से लपका। इससे पहले दूसरे छोर पर डिकॉक पारी के 15वें ओवर की आखिरी गेंद पर मुस्फिजुर रहमान का शिकार बने। उन्होंने अपनी सत्र की तीसरी अर्धशतकीय पारी में 43 गेंद खेलकर पांच चौके और एक छक्का लगाया।
दोनो सलामी बल्लेबाजों के आउट होने के बाद जीत की औपचारिकता को निकाेलस पूरन (23) और मार्कस स्टॉयनिस (8) ने बगैर और नुकसान के पूरा कर लिया। पूरन ने नो बाल में फ्री हिट पर चौका जड कर अपनी टीम को जीत दिलायी।
इकाना स्टेडियम में 50 हजार दर्शकों का दिल अपने चहेते सितारे सीएसके के महेन्द्र सिंह धोनी के साथ था, मगर दिमाग में उनके लखनऊ की जीत की तमन्ना थी और दर्शकों की दोनों तमन्नाएं पूरी हुई जब उन्होंने धोनी की पैसा वसूल पारी देख कर अपने अरमानों को पूरा किया।
उधर, एलएसजी के कप्तान केएल राहुल ने अपने घरेलू दर्शकों की जीत की चाहत को भी पूरा कर दिया। सातवें बल्लेबाज के रुप में पिच पर उतरे धोनी ने अपने खास अंदाज में नौ गेंदों की नाबाद पारी में तीन चौके और दो छक्के की मदद से 28 रन ठोक दिए जिसके चलते चेन्नई मेजबान टीम के खिलाफ चुनौतीपूर्ण लक्ष्य तैयार करने में सफल हो सका। हालांकि उनकी इस पारी पर राहुल और डिकॉक ने पानी फेर दिया।
धोनी के साथ दूसरे छोर पर हरफनमौला रविंद्र जडेजा की साहसिक नाबाद पारी ने न सिर्फ चेन्न्ई को मुश्किलों के भंवर से निकाला बल्कि मैदान पर बैठे एलएसजी के समर्थकों की भी खूब वाहवाही लूटी। आईपीएल के मौजूदा सत्र में जडेजा की यह पहली अर्धशतकीय पारी थी जिसमे उन्होने 76 मिनट क्रीज पर रुक कर 40 गेंदों में पांच चौके और एक जानदार छक्के की मदद से नाबाद 57 रन बनाए।
इससे पहले टॉस हार कर पहले बल्लेबाजी करने उतरी चेन्न्ई की शुरुआत अच्छी नहीं रही जब रचिन रविंद्र (0) पारी के दूसरे ओवर में ही मोहसिन खान का शिकार बन गये। कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ (17) भी यश ठाकुर की गेंद पर विकेट के पीछे लपके गए। हालांकि सलामी बल्लेबाज आंजिक्य रहाणे (36) का बल्ला इकाना की पिच पर चल निकला। उन्होने 24 गेंदों की अपनी संक्षिप्त पारी में पांच चौके और एक छक्का जड़ा।
चेन्न्ई के विस्फोटक बल्लेबाज शिवम दुबे (3) और इंपेक्ट प्लेयर समीर रिजवी (1) भी अपने विकेट जल्दी गंवा बैठे और टीम का स्कोर पांच विकेट पर 90 रन हो गया। मुश्किल हालात से टीम को निकालने की जिम्मेदारी अब हरफनमौला रविंद्र जडेजा के पास थी जिन्होने इसे बखूबी निभाया। उन्होने पहले मोइन अली (30) के साथ 51 रन की बहुमूल्य साझीदारी की जबकि बाद में भारतीय प्रशंसकों की जान महेन्द्र सिंह धोनी के साथ तेज गति से रन बटोरते हुये एलएसजी के लिये एक चुनौतीपूर्ण लक्ष्य खड़ा करने में टीम की मदद की।
एलएसजी के लिए कृणाल पांड्या (16 रन पर दो विकेट) सबसे सफल गेंदबाज बने जबकि मार्कस स्टॉयनिस, यश ठाकुर, मोहसिन खान, रवि बिश्नोई को एक एक विकेट मिला।