जयपुर। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के मिशन चंद्रयान-3 के बुधवार को निर्धारित समय पर चंद्रमा की सतह पर साफ्ट लैंडिंग सफल होते ही देशभर में खुुशी की लहर दौड गई। इस ऐतिहासिक पल को देखने के लिए लोग टीवी से सामने जमे रहे। चंद्रयान-3 की सफलता की सूचना जैसे ही इसरो के वैज्ञानिकों ने दी वैसे ही घरों, गलियों, चौराहों पर जश्न का सा माहौल हो गया।
मोदी ने सोमनाथ को चंद्रयान-3 के सफल लैंडिंग पर दी बधाई
जोहान्सबर्ग। प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के प्रमुख एस सोमनाथ को चंद्रयान-3 की चंद्रमा की सतह पर सफल लैंडिंग पर बधाई एवं शुभकामनाएं दी। मोदी ने इसरो चीफ प्रमुख को दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग से फोन कर बधाई दी है। इससे पहले उन्होंने इसरो के वैज्ञानिकों समेत सभी देशवासियों को संबोधित भी किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सोमनाथ जी आपका नाम ही सोमनाथ है और सोमनाथ नाम चांद से जुड़ा हुआ है इसलिए आपके परिवारजन भी चंद्रयान-3 के सफल लैंडिंग से बहुत आनंदित होंगे आपको और आपकी पूरी टीम को बहुत-बहुत बधाई और सबको मेरी तरफ से अभिनन्दन।
चंद्रयान की सफलता हमारी प्रतिबद्धता की प्रतीक: धनखड़
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ में चंद्रयान-3 की सफलता के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के वैज्ञानिकों को शुभकामनाएं देते हुए कहा है कि यह भारतीय प्रतिभा और प्रतिबद्धता का प्रतीक है। उपराष्ट्रपति ने बुधवार को यहां जारी एक संदेश में कहा कि भारत के लिए यह ऐतिहासिक क्षण है, जब अंतरिक्ष में उसने एक लंबी छलांग लगाई है। चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान-3 का सफलतापूर्वक उतारना भारतीय वैज्ञानिक की प्रतिभा का प्रतीक है। अंतरिक्ष के क्षेत्र में आगे बढ़ना भारत को वैश्विक नेतृत्व प्रदान किया है। उन्होंने कहा कि इसरो को इस ऐतिहासिक उपलब्धि और नवाचार के लिए शुभकामनाएं।
चंद्रयान-3 : भाजपा ने वैज्ञानिकों को दी बधाई
भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने चंद्रयान -3 की चंद्रमा पर सफल लैंडिंग पर अंतरिक्ष वैज्ञानिकों को बधाई देते हुए बुधवार को कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आत्मनिर्भर भारत की नई पहचान बनी है।
नड्डा ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर अपने वीडियाे संदेश में कहा कि भारत दुनिया में अंतरिक्ष क्षेत्र में एक अलग पहचान बना चुका है। यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आत्मनिर्भर भारत का एक मजबूत उदाहरण है। उन्होंने कहा कि यह देश के अथक प्रयासों एवं वैज्ञानिकों की अद्भुत क्षमता के बिना संभव नहीं हो सकता था। उन्होंने कहा कि भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला विश्व का पहला देश बन गया है। यह देश की अभूतपूर्व उपलब्धि है।
प्रधानमंत्री मोदी ने दक्षिण अफ्रीका से वर्चुअली विक्रम को उतरते हुए देखा