इटली में भारतीय खेतिहर श्रमिक की समय पर इलाज नहीं मिलने से मौत

रोम। इटली में खतों में काम करने वाले एक भारतीय श्रमिक की मौत हो गई। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पीड़ित को कथित तौर पर एक दुर्घटना के बाद सड़क किनारे छोड़ दिया गया, जिसमें उसका हाथ कट गया और पैर कुचल गए।

बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार सोमवार को रोम के पास लाजियो में सब्जी के खेत में काम करते समय सतनाम सिंह भारी मशीनरी की चपेट में आकर घायल हो गया। रिपोर्ट के अनुसार 30वर्षीय सिंह लगभग दो साल से इटली में एक अनिर्दिष्ट प्रवासी के रूप में रह रहा था और काम कर रहा था।

इतालवी मीडिया के अनुसार सिंह के नियोक्ता एंटोनेलो लोवेटो ने उन्हें और उनकी पत्नी को एक वैन में लाद दिया और कटे हुए हाथ को फलों के डिब्बे में रखकर उनके घर के पास सड़क के किनारे छोड़ दिया। डेढ़ घंटे बाद तक सिंह तक चिकित्सा सहायता नहीं पहुंची। बाद में उन्हें रोम के एक अस्पताल में ले जाया गया, लेकिन बुधवार को उनकी मृत्यु हो गई।

बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार जिस क्षेत्र में सिंह काम करते थे, वह बड़े कृषि फार्मों का इलाका है और काफी संख्या पंजाबी और सिख रहते हैं, जिनमें से कई खेत श्रमिक के रूप में काम करते हैं। लोवेटो अब आपराधिक लापरवाही और हत्या के लिए जांच के दायरे में हैं। लोवेटो के पिता ने इतालवी मीडिया को बताया कि मेरे पुत्र ने सिंह से कहा था कि वह मशीनरी के पास न जाए, लेकिन उसने उसकी बात नहीं सुनी।

बीबीसी ने अपनी रिपोर्ट में इटली की श्रम मंत्री मरीना काल्डेरोन के हवाले से कहा कि सिंह की मौत एक बर्बरतापूर्ण कृत्य है। इटली में भारतीय दूतावास ने कहा कि वह एक भारतीय नागरिक की दुर्भाग्यपूर्ण मौत से बहुत दुखी है और स्थानीय अधिकारियों के साथ सक्रिय रूप से संपर्क में है।

फ़्लाई सीजीआईएल ट्रेड यूनियन ने मौत का विरोध करने के लिए शनिवार को कृषि श्रमिकों की हड़ताल का आह्वान किया है। यूनियन के महासचिव मौरिज़ियो लैंडिनी ने कहा कि हम वास्तविक गुलामी की स्थिति का सामना कर रहे हैं। एक श्रमिक, एक अनिर्दिष्ट श्रमिक की मृत्यु गंभीरता मामला है।